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मंच से सीएम ने किया मंडी वेबसाइट लांच अब सीधे मंडी से जुड़ेंगे बिहार के किसान

किसानों को उनकी लागत के अनुसार राशि मिले, उनके उत्पाद को व्यापक बाजार मिले, इसी परिकल्पना के साथ जिले से इ मंडी वेबसाइट हुआ लांच मधेपुरा : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को सिंहेश्वर के मवेशी हाट परिसर स्थित मंच से इ मंडी वेबसाइट लांच कर किसानों को व्यापक बाजार दिया है. इस बाजार में […]

किसानों को उनकी लागत के अनुसार राशि मिले, उनके उत्पाद को व्यापक बाजार मिले, इसी परिकल्पना के साथ जिले से इ मंडी वेबसाइट हुआ लांच

मधेपुरा : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को सिंहेश्वर के मवेशी हाट परिसर स्थित मंच से इ मंडी वेबसाइट लांच कर किसानों को व्यापक बाजार दिया है. इस बाजार में किसान बिना किसी मोल भाव के अपने उत्पादों को व्यवसायियों के हाथ बेच सकते है. किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य दिलाकर उनका आर्थिक व सामाजिक स्तर पर विकास करने की कवायद के तहत डीएम मो सोहैल की परिकल्पना पर जिला सूचना विज्ञान अधिकारी सुनील कुमार द्वारा बनाये इस वेबसाइट के आधार पर बिहार के किसानों को मंडी से सीधे जोड़ा जा रहा है. इ मंडी किसानों के लिए एक प्लेटफॉर्म का काम करेगा.
लागत मूल्य के अनुसार फसल की कीमत दिलाना है प्राथमिकता. मधेपुरा कोसी नदी के किनारे अवस्थित एक जिला है जहां हर वर्ष बाढ़ की स्थिति आते रहती है, बाढ़ आने के कारण यहां की मिट्टी बाढ़ द्वारा लाये गये पोषक तत्वों के कारण उपजाऊ हो जाती है. मिट्टी की उर्वरा शक्ति अच्छी होने के कारण यहां के फसलों की औसत उपज लगभग उनके राष्ट्रीय उत्पादकता के सामने है, लेकिन यहां के किसानों की हमेशा शिकायत रहती है कि उन्हें उनके लागत मूल्य का उचित लाभ या फादा नहीं मिल पाता है, इस समस्या के निराकरण के लिए जिला प्रशासन ने ”आत्मा ” और कृषि विज्ञान केंद्र के सहयोग से इ मंडी, मधेपुरा नामक वेबसाइट खोलने का निर्णय लिया. इसके माध्यम से किसान उचित मूल्य पर अपने उत्पादों का विक्रय या निर्यात कर सकते है, इस मंडी के द्वारा किसान को व्यापक बाजार मिलेगा. अपने उत्पादों को व्यवसायियों के द्वारा बेच सकते है.
गुणवत्ता के लिए लेना होगा केवीके से प्रमाण पत्र. इ मंडी के तहत गुणवत्तापूर्ण उत्पादों का ही विक्रय किया जायेगा. इसके लिए उनके उत्पादों का प्रमाणीकरण कृषि विज्ञान केंद्र या विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा किया जायेगा. इ मंडी मधेपुरा का एक मात्र उद्देश्य है कि किसानों को उनके उत्पादों का उचित मूल्य दिलाकरण उनके आर्थिक व सामाजिक स्तर का विकास करना है. चूंकि मधेपुरा जिला में सीमांत कृषकों की संख्या है. अत: उनके भी सामाजिक व आर्थिक विकास के लिए इ मंडी लाभप्रद साबित होगा. इस मंडी अंतर्गत किसान खाद्यान्न फसलें-गेहूं, मक्का, धान, दलहनी फसलें-चना, मूंग, अरहर, अन्य दाल वाली फसलें, तेलहनी फसलें – राइ, सरसों, सोयाबीन, सूर्यमुखी, अंडी आदि, मसाला फसलें -अदरक, हल्दी, मिर्च, धनियां, फल- आम, लीची, अमरूद, केला, पपीता, औषधीय फसलें-सतावर, कलमेघ, मेंथा तेल, लेमन ग्रास, लता कस्तुरी, वच्र, पिपली, सर्पगंधा, सब्जी फसलें, आलू, प्याज, ओल, बैंगन, भिडी, मूली, गाजर आदि, नकदी फसलें मशरूम, जूट, गन्न शामिल है
क्रेता व विक्रेता दोनों होंगे पंजीकृत, खाते में होगा भुगतान. इ मंडी में यह सुविधा रहेगी कि क्रेता व विक्रेता दोनों इस वेबसाइट पर पंजीकृत होंगे तथा खरीद बिक्री के भुगतान के लिए दो प्रकार की सुविधा होगी. प्रथम कि किसान मोबाइल द्वारा स्वेच्छा से अपनी राशि को सीधे अपने खाते में मंगा सकते हैं या फिर बैंक के गेटवे के माध्यम से भुगतान किया या प्राप्त किया जा सकता है. सीएम नीतीश कुमार ने इ मंडी के सफलता तथा किसानों के सुख और समृद्धि की कामना की. इ मंडी में किसानों व व्यवसायियों को आधार नंबर के साथ बेवसाइट पर पंजीकरण करना होगा. पंजीकरण के उपरांत उनके मोबाइल नंबर पर एक मैसेज ओटीपी(वन टाइम पासवार्ड) आयेगा.
और तब आइडी और पासवर्ड का निर्माण होगा. वहीं इ-मेल आइडी के साथ ही उत्पादों का दो फोटोग्राफ वेबसाइट पर अपलोड किया जायेगा. यह सब करने के उपरांत किसान व व्यवसायी की सूची का प्रकाशन किया जायेगा. भुगतान प्रक्रिया में किसान व व्यवसायी आपस में बातचीत करके स्वेच्छा से खाता द्वारा भुगतान करना या प्राप्त करना व कुरियर के माध्यम से उत्पादों का आदान प्रदान कर सकते है. वहीं डिजीटल पैमेंट बैंक गेटवे के माध्यम से होगा जहां आत्मा के द्वारा खाता का संचालन किया जायेगा.
मधेपुरा. सीएम नीतीश कुमार ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि
शराब बंदी लागू होने के बाद अपराध में गिरावट आयी है. देश में बिहार 22 वें स्थान पर है, लेकिन दुख की बात है कि दहेज उत्पीड़न व दहेज हत्या जैसे अपराध के मामले में देश में यूपी के बाद बिहार का स्थान है. आइये हम सब मिल कर संकल्प लेते हैं कि इस कुरीति को दूर करें. गत वर्ष जैसे 21 जनवरी को शराब के खिलाफ हम एकजुट होकर खड़े हुए थे, इस बार भी 21 जनवरी को हम सब एक साथ हाथ मिला दहेज प्रथा व बाल विवाह के खिलाफ साथ खड़े कर मानव शृंखला बनाएं ताकि विश्व को संदेश जाये कि बिहारवासी जो ठान लेते हैं, उसे पूरा करते हैं. कार्यक्रम में स्वागत भाषण देते हुए डीएम मो सोहैल ने कहा मधेपुरा ने अंतरराष्ट्रीय मानचित्र पर अपनी पहचान बना ली है.
वहीं सभा को ऊर्जा मंत्री सह मधेपुरा के प्रभारी मंत्री विजेंद्र प्रसाद यादव, अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री डा रमेश ऋषिदेव, पूर्व मंत्री नरेंद्र नारायण यादव, बिहारीगंज विधायक ने संबोधित किया. जदयू जिलाध्यक्ष विजेंद्र यादव, जदयू व्यवसायिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष अशोक चौधरी, एससी एसटी प्रकोष्ठ अध्यक्ष नरेश पासवान, भाजपा जिलाध्यक्ष स्वदेश कुमार, लोजपा जिलाध्यक्ष दिनेश पासवान, रालोसपा जिलाध्यक्ष राजीव जोशी, हम जिलाध्यक्ष शौकत अली आदि ने माला पहना कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया. मंच संचालन पटना आकाशवाणी की रूपम त्रिविक्रम ने किया. धन्यवाद डीडीसी मुकेश कुमार ने किया. मौके पर जिप अध्यक्ष मंजू देवी, प्रदेश प्रवक्ता निखिल मंडल,पूर्व सांसद डा आरके रवि , एनके सिंह आदि मौजूद थे.
राज्य वित्त निगम बना कर युवाओं को शिक्षा के लिए देंगे आर्थिक सहायता
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत एक निश्चय आर्थिक हल युवाओं को बल के लिए अलग राज्य वित्त निगम बनाये जाने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि राज्य के हर जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेकनिक, अनुमंडल स्तर पर आइटीआइ, महिला पॉलिटेकनिक खोले जा रहे हैं. कई खुल चुके हैं.
एएनएम व पारा मेडिकल संस्थान भी खुलेंगे. यहीं अच्छी शिक्षा हासिल करें. चार लाख तक आर्थिक सहायता दी जा रही है. अभी बैंकों के जरिये यह सहायता दी जा रही है इसलिये छात्रों को थोड़ी परेशानी होती है, लेकिन राज्य का वित्त निगम बनाये जाने के बाद यह छात्रों को आसानी से प्राप्त हो सकेगा. उन्होंने कहा कि यहीं पढ़िये और खूब आगे बढ़िये.
1565 योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास
संबोधन से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रिमोट दबा कर एक हजार 565 योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास संबंधी शिलापट्ट का अनावरण किया. इनमें से एक सौ 33 करोड़ की लागत से पूर्ण हुई 658 योजनाओं का उद्घाटन किया गया. वहीं 488 करोड़ की लागत से होने वाली योजनाओं का शिलान्यास किया गया.

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