दो दशक से हो रही सुंदरपुर मौजे में बंदूक के बल पर खेती

सूर्यगढ़ा : स्थानीय थाना क्षेत्र के सीमा पर सुंदरपुर मौजे थाना नंबर 23, तौजी 10283 में रकबा 95 एकड़ 70 जमीन पर पिछले दो दशक से अधिक समय से दबंग बंदूक के बल पर जोत-बाग करते आये है. सूर्यगढ़ा थाना क्षेत्र के खालिकपुर सूर्यगढ़ा निवासी रामशंकर प्रसाद के बारसान एवं अन्य उक्त जमीन पर अपना […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 26, 2018 6:04 AM

सूर्यगढ़ा : स्थानीय थाना क्षेत्र के सीमा पर सुंदरपुर मौजे थाना नंबर 23, तौजी 10283 में रकबा 95 एकड़ 70 जमीन पर पिछले दो दशक से अधिक समय से दबंग बंदूक के बल पर जोत-बाग करते आये है. सूर्यगढ़ा थाना क्षेत्र के खालिकपुर सूर्यगढ़ा निवासी रामशंकर प्रसाद के बारसान एवं अन्य उक्त जमीन पर अपना दावा करते आये हैं. वर्ष 1992 में मटिहानी (बेगूसराय) के तत्कालीन सीओ गिरीश सिंह द्वारा उक्त प्लॉट को नाचिराजी बताया. अकहा-कुरहा गांव के 83 लोगों परवाना दे दिया गया.

इधर स्व रामशंकर प्रसाद पुत्र असीम सिन्हा के मुताबिक उक्त प्लॉट 1954-55 से ही उनकी पुश्तैनी है जिसकी जमाबंदी पांच लोगों के नाम से कायम है. उक्त प्लॉट पर लंबे समय से अपराधी तत्वों की बंदूकें गजरती रही है. हमेशा अप्रिय घटना की आशंका बनी रहती है. गुरुवार को जमीन पर कब्जा को लेकर एक बार फिर खूनी खेल से सुंदरपुर मौजे की धरती रक्तरंजित हो गया.

65 वर्षीय पर्चाधारी किसान बनारसी किसान की गोली मारकर नृशंस हत्या से पर्चाधारी किसानों में आक्रोश ऊबल पड़ा. लोगों ने सूर्यगढ़ा अस्पताल चौक के पास शव के साथ एनएच 80 को जाम लगाकर प्रशासन एवं सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. पर्चाधारी किसानों ने दबंगों पर हत्या का आरोप लगाया.

साजिश के तहत फंसा जा रहा:
इधर, दबंग पक्ष के लोगों का कहना था कि पुरा मामला ही संदेहास्पद है. विरोधी पक्ष द्वारा वृद्ध की खुद ही हत्या कर षडयंत्र के तहत दूसरे पक्ष के लोगों को फंसाया जा रहा है. मृतक अपने पीछे पत्नी के अलावा एक पुत्र बबलू कुमार व पांच पुत्री छोड़ गया.
हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग:
बनारसी पासवान की हत्या के बाद उग्र ग्रामीणों द्वारा एनएच 80 को जामकर जमकर नारेबाजी की जा रही है. सीओ प्रेम कुमार, सूर्यगढ़ा थानाध्यक्ष राजेश रंजन, पुलिस इंस्पेक्टर सर्किल नीरज कुमार, मेदनीचौकी थानाध्यक्ष रंजीत कुमार आदि लोगों को समझा-बुझाकर जाम हटाने का प्रयास कर रहे, लेकिन आक्रोशित ग्रामीण हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं.

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