आंधी व पानी से शहर हुआ अस्त-व्यस्त, िबजली गुल

मधेपुरा : बुधवार की अहले सुबह आंधी व पानी के कारण शहर अस्त-व्यस्त हो गया है. एक ओर शहर के पश्चिमी बाइपास में आंधी के कारण बिजली का खंभा उखड़ गया. इससे बिजली की आपूिर्त बाधित हो गयी. वहीं बारिश के कारण शहर में जगह-जगह जलजमाव हो गया. शहर की मुख्य सड़क के अलावा कुछ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 31, 2018 6:27 AM

मधेपुरा : बुधवार की अहले सुबह आंधी व पानी के कारण शहर अस्त-व्यस्त हो गया है. एक ओर शहर के पश्चिमी बाइपास में आंधी के कारण बिजली का खंभा उखड़ गया. इससे बिजली की आपूिर्त बाधित हो गयी. वहीं बारिश के कारण शहर में जगह-जगह जलजमाव हो गया. शहर की मुख्य सड़क के अलावा कुछ अन्य जगहों पर हल्की सी भी बारिश होने पर जलजमाव हो जाता है. जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण पानी तब तक लगा रहता है जब तक धूप में पानी स्वत: ही सूख न जाए. शहर में पानी टंकी चौक के पास सदर अस्पताल के निकट मुख्य सड़क पर हल्की सी भी बारिश में पानी जमा हो जाता है.

मोड़ होने के कारण यहां सड़क एक ओर ऊंची तथा दूसरी ओर नीची है. निचले हिस्से में जमा पानी को सूखने में 15 दिन लगते हैं. इस बीच अगर फिर से बारिश हो गयी तो लोगों को फिर अगले 15 दिन का इंतजार करना पड़ता है. सड़क के किनारे स्थित दुकानदारों ने तो सड़क से दुकान तक पहुंचने के लिए मिट्टी डाल कर अस्थायी जुगाड़ कर लिया है, लेकिन इस जमा पानी में एक सप्ताह बाद संक्रामक कीड़े पनपने लगते हैं.

इस ओर न नगर परिषद का ध्यान है न ही स्थानीय प्रशासन का: शहर के पुरानी बाजार में भी मुख्य सड़क पर पानी जमा हो गया. बारिश के बाद यह आम बात है. सड़क निर्माण के समय लेवल मिलाने में हुई गड़बड़ी के कारण बारिश के बाद पानी सड़क पर ही रह जाता है. धूल व मिट्टी के कारण यहां कीचड़ भी बन जाता है, जबकि यहां सड़क में पीसीसी निर्माण है. यहां से गुजरते हुए लोग सावधान रहते हैं कि कहीं कीचड़ का छींटा उनके कपड़ों पर आ जाए. हालांकि अगर धूप ठीकठाक हो तो यहां का पानी दो दिन में ही सूख जाता है.

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