– चार साल पहले नौकरी के लिए गया था पटना
– जब लौटा तो फॉच्यूनर गाड़ी से
– गांव के युवकों के बीच जम कर खर्च करना था
– लोग सोचते थे कि आखिर इतना पैसा कहां से आता है
मधेपुरा (कुमार आशीष) : महज चार साल पहले गांव में बढ़ई का काम करने वाले पिता सहदेव मिस्त्री का हाथ बंटाने वाला सुमन नौकरी करने की लालसा लिये पटना पहुंच जाता है. इस बीच गांव के लोगों की स्मृति से सुमन भी गायब ही रहता है. सुमन पटना से कभी गांव वापस आता भी है तो किसी को जानकारी नहीं मिलती है. अचानक एक साल पहले महंगी गाड़ियों के काफिला के साथ गांव में आया सुमन का हैसियत देख लोग चौक गये. उसकी राजसी ठाठ-बाट को देख कर हर कोई भौंचक रह गया. हर कोई इतने कम समय में अमीर बन चुके सुमन के धंधे के बारे में जानकारी लेना चाहता था. शायद इसी उम्मीद में गांव के दर्जनों बेरोजगार लड़के सुमन के दोस्त भी बन गये. रोजाना सुबह व शाम में सुमन का अपने घर पर दरबार सजने लगा. अब तो गांव के उन लड़कों के भी अच्छे दिन आ गये थे. सभी सुमन के साथ महंगी-महंगी गाड़ियों में सफर करने लगे. ब्रांडेड कपड़े व एसेसरिज सुमन के शौक बन गये थे.
बोलते थे लोग, जरूर कोई गलत काम करता होगा
गांव में सुमन के रहन सहन को देख लोगों के बीच अक्सर चर्चा होती थी कि सुमन जरूर कोई गलत या अनैतिक कार्य कर रहा है. बनगांव में इस बात को लेकर अक्सर लोग एक दूसरे से बहस करते मिलते थे. जैसे सुमन को कोई कुबेर का खजाना हाथ लग गया हो. लोगों का पहले से अनुमान था कि सुमन नशा या आर्म्स का कारोबार करता था. गांव में यहां तक लोग कहते थे कि सूबे के एक बड़े-बड़े राजनीतिक दलों के लोगों का गलत काम का वीडियो भी सुमन के पास मौजूद है. जिसे वह अपनी पत्नी की मदद से बनाया था.
साल भर पहले खरीदा था डेढ़ करोड़ की जमीन
गांव के लोगों ने बताया कि साल भर पहले सुमन ने स्वयं व अपने एक निकट संबंधी के नाम पर बनगांव चौक पर बड़ा भूखंड खरीदा था. जिसकी कीमत करोड़ों रुपये में अदा की गयी है. इसके अलावा गांव में होने वाले सामुहिक आयोजनों में इन दिनों बड़े दाता के रुप में सुमन का ही नाम पहले आता था. जबकि, बनगांव में सौ से अधिक आइएएस व आइपीएस के घर है. इसके बावजूद कम समय में धन का साम्राज्य खड़ा कर चुका सुमन की हुई गिरफ्तारी व उसके ठगी के किस्से लोग एक दूसरे से साझा कर रहे है. वैसे जानकारों की मानें तो एक व्यवसायी से ही ठगी का मामला सामने आया है जबकि कई ऐसे भी लोग हैं, जो बदनामी के भय से चुप हैं. चर्चाओं पर यकीन करें तो एक दर्जन से अधिक बड़े लोगों को सुमन व प्रियंका ने ब्लैकमेल कर करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है.
गिरफ्तारी की खबर आने के बाद होती रही चर्चा
सहरसा का बनगांव पूरे देश में चर्चित गांव है. गांव में सौ से अधिक आइएएस, आइपीएस हैं. इतना ही नहीं कई उच्च पदों पर आसीन हैं. लोग इस बात से भी आश्चर्यचकित थे कि जो एक सामान्य परिवार का है, आखिर इतना पैसा कहां से लाता है. मंगलवार को जैसे ही उसकी गिरफ्तारी की खबर मिली, गांव में यह बात आग की तरह फैल गयी. हर कोई सुमन के बारे में ही जानना चाहता था. सोशल मीडिया पर भी खबर वायरल हो गयी. वैसे, बुजुर्गों का एक ही बात कहना था कि गलत गलत ही होता है. एक न एक दिन तो उसे सामने आना ही है.
क्या है मामला
सुमन की पत्नी प्रियंका ने दिल्ली के एक व्यवसायी से ग्यारह करोड़ ठग लिये. पहले प्यार, फिर ब्लैकमेल किया. दिल्ली पुलिस ने सुमन को एक दिन पहले पटना से गिरफ्तार किया. प्रियंका फरार बतायी जाती है. सुमन सहरसा जिले के बनगांव का रहनेवाला है. अब जबकि उसकी पोल खुल गयी है तो गांव में भी चर्चा का माहौल जोरों पर है.