विवि में होगा नियमों का पालन
मधेपुरा : भूपेंद्र नारायण मंडल विवि में अब सिर्फ और सिर्फ नियम-कानून का ही राज चलेगा. कुलाधिपति के नियम-परिनियम और आदेश, न्यायालयों के आदेश और वित्तीय मामलों में राज्य सरकार के निर्देश की विवि में किसी कीमत पर अवहेलना नहीं होने दी जायेगी. काम करने वालों को पुरस्कृत किया जायेगा. कोताही बरतने वालों को विवि […]
मधेपुरा : भूपेंद्र नारायण मंडल विवि में अब सिर्फ और सिर्फ नियम-कानून का ही राज चलेगा. कुलाधिपति के नियम-परिनियम और आदेश, न्यायालयों के आदेश और वित्तीय मामलों में राज्य सरकार के निर्देश की विवि में किसी कीमत पर अवहेलना नहीं होने दी जायेगी. काम करने वालों को पुरस्कृत किया जायेगा. कोताही बरतने वालों को विवि के विकास में सहयोग और योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा.
उक्त बातें बीएनएम विवि में गुरुवार को योगदान देने के बाद अपने वेश्म में कुलपति डॉ विनोद कुमार ने आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कही. छात्रों के लिए होता है विवि : इस दौरान उन्होंने कहा कि उनका स्पष्ट मानना है कि विवि केवल छात्रों के लिए होता है न कि शिक्षकों और कर्मियों को नौकरी देने के लिए. छात्र को केंद्र में रख कर ही वह विवि में नीतियां और योजनाएं बनायी जायेंगी. छात्रों का प्रदर्शन बेहतर होगा तो विश्व में विवि का नाम होगा. विवि में समय पर परीक्षा आयोजन, रिजल्ट प्रकाशन और सत्र नियमितिकरण करना उनकी प्राथमिकता और लक्ष्य है. छात्रों को फिलवक्त प्राप्त संसाधन के अनुसार अधिकतम सुविधाएं मुहैया करायी जायेंगी.
शिक्षकों अपना दायित्व निभायें : इसके अलावा विवि मुख्य परिसर सहित क्षेत्रधीन कॉलेजों में एमबीए, एमसीए जैसे जॉब ओरियेंटेड कोर्स चलाये जायेंगे. लेकिन यह अकेले किसी कुलपति के बस की बात नहीं. इसमें छात्र, शिक्षक और कर्मियों का पूरा सहयोग चाहिए. शिक्षक पढ़ाएं और छात्र कक्षा में उपस्थित रहें. दोनों जरूरी है.
शिक्षकों को अपना कर्तव्य समझना होगा. अच्छा यह होगा कि वे स्वत: संज्ञान से अपना दायित्व निभायें. सुधार नहीं होने पर विवि प्रशासन कड़े कदम उठायेगा. शिक्षक की लापरवाही से अगर कक्षाएं संचालित नहीं हो रही हैं तो इसकी सूचना तुरंत कुलसचिव को या उन्हें दी जाये. कुलपति ने छात्र संगठनों से भी सहयोग करने की अपील की. उन्होंने कहा कि छात्र संगठनों का कार्य छात्रों के विकास को सुनिश्चित करना है.