हर मार्ग हुआ पानी-पानी
मधेपुरा : सोमवार को बारिश से शहर पानी-पानी हो गया. मुख्य सड़क के अलावा कुछ अन्य जगहों पर हल्की सी भी बारिश होने पर जलजमाव तुरंत हो जाता है. शहर में पानी टंकी चौक के पास, सदर अस्पताल के निकट मुख्य सड़क पर, थाना गेट के पास समेत अन्य जगहों पर हल्की सी भी बारिश […]
मधेपुरा : सोमवार को बारिश से शहर पानी-पानी हो गया. मुख्य सड़क के अलावा कुछ अन्य जगहों पर हल्की सी भी बारिश होने पर जलजमाव तुरंत हो जाता है. शहर में पानी टंकी चौक के पास, सदर अस्पताल के निकट मुख्य सड़क पर, थाना गेट के पास समेत अन्य जगहों पर हल्की सी भी बारिश में पानी जमा हो जाता है. पानी टंकी चौक पर मोड़ होने के कारण यहां सड़क एक ओर उंची तथा दूसरी ओर नीची है.
निचले हिस्से में जमा पानी को सूखने में करीब पंद्रह दिन लगते हैं. इस बीच अगर फिर से बारिश हो गयी तो लोगों को फिर अगले पंद्रह दिन का इंतजार करना पड़ता है. सड़क के किनारे स्थित दुकानदारों ने तो सड़क से दुकान तक पहुंचने के लिए मिट्टी डाल कर अस्थायी जुगाड़ कर लिया है. लेकिन इस जमा पानी में एक सप्ताह बाद संक्रामक कीड़े पनपने लगते हैं. इस ओर न नगर परिषद का ध्यान है न ही स्थानीय प्रशासन का.
हल्की बारिश में होता है जल जमाव
एक भी मार्ग ऐसा नहीं जहां पानी न लगा हो. लोग पानी में छपाक छपाक कर चलते नजर आये. बारिश से लोगों को को उमस भरी गर्मी से राहत मिली. पूरे शहर में जल जमाव होने से लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया. भिरखी चौक व भिरखी मुहल्ला चौक की स्थिति इस कदर है कि यहां घुटने भर पानी में बड़ी गाड़ी बायपास तरफ जाना खतरे से खाली नहीं है. पूर्णिया गोला के पास नाला इस कदर टूटा हुआ है कि जमे पानी में पता नहीं चल पाता है.
लेकिन बारिश के कारण शहर के जगजीवन पथ, रेलवे ढाला, कर्पूरी चौक, भिरखी मुहल्ला, जीवन सदन, सुभाष चौक, पूर्णिया गोला चौक समेत विभिन्न जगह पर जल जमाव हो गया है. भिरखी, पूर्णिया गोला चौक पर होकर गुजरे सैकड़ों बाइक में से दर्जनों बाइक चालक गिर कर जख्मी भी हो गये. हालांकि इस दौरान कोई बड़ी घटना नहीं घटी. अगर जल्द जल जमाव के दिशा कोई पहल नहीं किया गया तो बड़ी घटना भी घट सकती है.