अब कफन के पैसे भी नहीं मिल पा रहे

मधेपुरा : नगर परिषद क्षेत्र में कबीर अंत्येष्टि योजना का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है. नगर परिषद के कर्मी की मनमानी तथा टालमटोल वाले रवैया के कारण पीड़ित परिवार के लोग परेशान हो रहे हैं. वह बार-बार अपने वार्ड पार्षद का दरवाजा खटखटा रहे हैं इसके बावजूद समस्या का निदान नहीं हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 11, 2019 7:37 AM

मधेपुरा : नगर परिषद क्षेत्र में कबीर अंत्येष्टि योजना का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है. नगर परिषद के कर्मी की मनमानी तथा टालमटोल वाले रवैया के कारण पीड़ित परिवार के लोग परेशान हो रहे हैं. वह बार-बार अपने वार्ड पार्षद का दरवाजा खटखटा रहे हैं इसके बावजूद समस्या का निदान नहीं हो रहा है.

विभाग के स्पष्ट निर्देश है की मृत्यु के तुरंत बाद मृतक के आश्रित को दाह संस्कार के लिए कबीर अंत्येष्टि की राशि अविलंब उपलब्ध करा देना है. इसका अनुपालन नहीं हो रहा है. इससे नाराज सशक्त स्थाई समिति की सदस्य व वार्ड पार्षद रेखा देवी वार्ड पार्षद मनीष कुमार मिंटू ने मोर्चा खोलते हुए 13 सितंबर तक का अल्टीमेटम दिया है. सिस्टम में अगर सुधार नहीं आता है और नगर परिषद कर्मी का रवैया नहीं बदलता है तो अनशन किया जायेगा.
पूर्व वार्ड पार्षद सामाजिक कार्यकर्ता व लोक अदालत के स्थाई गैर न्यायिक सदस्य ध्यानी यादव ने कहा इस योजना के मूल उद्देश्य की धज्जी उड़ाई जा रही है. एक तो बीपीएल परिवार के गरीब अपने परिजन के काल कवलित हो जाने का दर्द लिए हुए हैं. वही अंत्येष्टि की राशि नहीं मिलना उनके साथ सही अर्थों में क्रूरता करना है.
दो दर्जन से अधिक मामला है लंबित
शहर में दो दर्जन से अधिक लोगों को इस योजना का लाभ नहीं मिला है. स्थानीय लोगों ने बताया कि पिछले कई महीनों से नगर परिषद का चक्कर लगाते लगाते वे परेशान हो गये हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई अंततः नगर परिषद क्षेत्र के लोगों ने नगर परिषद के मुख्य द्वार पर कबीर अंत्येष्टि योजना का लाभ नहीं मिलने के कारण को लेकर 13 सितंबर को अनशन पर बैठने का फैसला किया है.
सभी परिवार लगातार अपने-अपने वार्ड पार्षद का दरवाजा भी खटखटा रहे हैं. वार्ड नंबर 14 की वार्ड पार्षद रेखा देवी ने बताया कि बिहार सरकार का निर्देश है मृतक के परिजनों को तत्काल मौके पर ही योजना का लाभ दिया जाना चाहिए.
इसके बावजूद अब तक पीड़ित परिजनों को नगर परिषद कार्यालय द्वारा योजना का लाभ नहीं दिया जा रहा है. इसको लेकर 13 सितंबर को नगर परिषद के मुख्य द्वार पर कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं व पीड़ितों के साथ अनशन पर बैठने का हमलोगों ने फैसला लिया है.
हमें इस बात की सूचना प्राप्त हुई है. कई वार्डों में अभी तक कुछ लोगों को योजना का लाभ नहीं मिला है. सरकार के द्वारा नियमों में किये गये बदलाव के कारण यह दिक्कत आ रही है. सरकार की नई नीति के अनुसार अब मृतक व उनके परिजनों का सारा डिटेल इकट्ठा कर जिला सामान्य सुरक्षा कोषांग को देना होता है.
जिसके बाद वह उसे राज्य सरकार के पास भेजती है और वहां से पैसा जिला के पास भेजा जाता है और फिर जिला से हमलोगों के पास पैसा पहुंचता है. पिछले दो तीन माह का पैसा अभी तक जिला से निर्गत नहीं हुआ है. इसी कारण से विलंब हो रही है. लेकिन हम लोग लगे हुए है उम्मीद है जल्द ही पैसे लाभुकों को मिल जाएगा.
प्रवीण कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, मधेपुरा
योजना में क्या है प्रावधान
बीपीएल परिवार के किसी सदस्य का निधन होने के बाद मृतक के अंत्येष्टि के लिए कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत राशि देने का प्रावधान है. एक सितंबर 2014 से इसकी राशि बढ़ा कर तीन हजार रुपये कर दी गयी है.
इस योजना के संचालन के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में मुखिया व पंचायत सचिव तथा शहरी क्षेत्र में वार्ड पार्षद व नगर परिषद के कर संग्रह कर्ता का संयुक्त खाता बैंकों में है. मधेपुरा नगर परिषद में मात्र एक कर संग्रह कर्ता ही कार्यरत हैं इसका भी असर विभिन्न योजनाओं के लाभ पर पड़ रहा है.
इ सुविधा पोर्टल से अनजान है नप
नई योजना के अनुसार अब अंत्येष्टि की राशि लाभुक के रिश्तेदार व करीबी को उसी दिन मिल जायेगी. बीपीएल सूची में शामिल लोगों को अपने परिजनों की अंत्येष्टि के लिए राज्य सरकार के द्वारा एक नई योजना की शुरूआत की गयी है, जिसे ई सुविधा पोर्टल नाम दिया गया है.
इसके तहत अंत्येष्टि के लिए उसी समय जनप्रतिनिधि व संबंधित कर्मी के द्वारा तीन हजार की राशि प्रदान की जाएगी और इसकी इंट्री ऑनलाइन खाते में करने के तुरंत बाद वह राशि डाल दी जायगी. इस योजना के तहत पुराने बकाये का भी भुगतान किया जायेगा. राशि रीइंबर्समेंट मोड में प्रदान की जाएगी. इसके लिए संबंधित खाता को ऑनलाइन अपलोड करना है. ताकि उस में की गई इंट्री के आधार पर राशि अविलंब मिल सके.

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