* मनमर्जी से चलता है आंगनबाड़ी केंद्र
गम्हरिया : जिले के गम्हरिया प्रखंड के चिकनी फुलकाहा पंचायत में आंगनबाड़ी सेविका द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र को जेब में रख कर चलाने का हैरतअंगेज मामला प्रकाश में आया है. कागज पर वार्ड नंबर-सात में चलने वाला आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 56 दरअसल सेविका की मनमर्जी से वार्ड संख्या छह में चलाया जाता है और इसका लाभ न तो वार्ड संख्या छह के बच्चों और गर्भवती या धातृ महिलाओं को मिल पाता है और न वार्ड संख्या सात के लोगों को.
वहीं दूसरी ओर वार्ड संख्या छह के नाम पर आंगनबाड़ी केंद्र नहीं होने के कारण इस वार्ड में मिनी आंगनबाड़ी केंद्र का भवन निर्मित हो रहा है. वार्ड नंबर सात के नाम पर वार्ड नंबर छह स्थित मोहनिया कबीर पंथी टोला में आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 56 का संचालन होता है. वार्ड संख्या सात के लोग जब आंगनबाड़ी की योजना का लाभ लेना चाहा तो सेविका ने केंद्र को वार्ड संख्या छह का बता कर लाभ नहीं दिया.
वहीं दूसरी ओर वार्ड संख्या छह के लाभुक इस केंद्र को वार्ड संख्या – सात का समझ कर लाभ नहीं लेने जाते थे. जो जाते भी थे तो कहा जाता था कि वे उक्त आंगनबाड़ी के पोषक क्षेत्र से नहीं हैं. इस तरह सेविका कुमारी रेणुका का चयन 2007 में चयनित की गयी थी.
वार्ड संख्या छह को रिक्त बताया गया और मिनी आंगनबाड़ी केंद्र आवंटित किया गया. ज्ञात हो कि जब सेविका की बहाली हुई थी वार्ड नंबर सात की वोटर थी. वर्ष 2011 में हुए पंचायत चुनाव हुआ उस वक्त सेविका ने अपना नाम वार्ड संख्या सात से छह में ट्रांसफर करा लिया.
वहीं जिले के गम्हरिया प्रखंड के चिकनी फुलकाहा पंचायत स्थित वार्ड नंबर छह आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 56 बना हुआ है. वार्ड संख्या सात के लिए आंगनबाड़ी केंद्र संख्या आवंटित हुआ था छह में पुन: आंगनबाड़ी केंद्र निर्माण होने से ग्रामीण ने विरोध कर जिला प्रोग्राम पदाधिकारी अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड पदाधिकारी, सीडीपीओ को आवेदन देकर इंसाफ की मांग की है.
* बताते हैं ग्रामीण
वार्ड संख्या सात की वार्ड सदस्या सीता देवी सहित संजीव कुमार, रविप्रसाद, संतोष कुमार, सुलेखा कुमारी कहती हैं कि इस मामले में विभाग की पदाधिकारी की मिलीभगत है. इसका परिणाम वार्ड संख्या – सात के कुपोषित बच्चे सहित महिलायें भुगत रही है. राजनीतिक से प्रेरित होकर इस वार्ड के ग्रामीणों को वंचित रखने की सोची समझी चाल है.
* बताती हैं सीडीपीओ
सीडीपीओ शशि माला सिन्हा ने कहा कि उन्हें केंद्र संख्या 56 के बारे में जानकारी मिली है. परिसीमन गलत होने से इस तरह का मामला उत्पन्न हुआ है. जल्द ही सुधार कर लिया जायेगा.