विशेष दर्जा तो दिया नहीं पैसे में भी कर दी कटौती
उदाकिशुनगंज (मधेपुरा)/सहरसा : सहरसा व मधेपुरा जिलों में शनिवार को संपर्क यात्रा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जहां कार्यकर्ताओं से भूल सुधार की बात कही, वहीं केंद्र की भाजपा सरकार पर जम कर बरसे. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा नेता नरेंद्र मोदी ने कहा था कि हमारी सरकार बनी, […]
उदाकिशुनगंज (मधेपुरा)/सहरसा : सहरसा व मधेपुरा जिलों में शनिवार को संपर्क यात्रा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जहां कार्यकर्ताओं से भूल सुधार की बात कही, वहीं केंद्र की भाजपा सरकार पर जम कर बरसे. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकसभा चुनाव में भाजपा नेता नरेंद्र मोदी ने कहा था कि हमारी सरकार बनी, तो बिहार को विशेष राज्य के दर्जे के साथ-साथ विशेष पैकेज भी दिया जायेगा.
सात माह गुजर गये, विशेष दर्जे की चर्चा तक नहीं होती. उल्टे अब केंद्र ने मनरेगा, इंदिरा आवास की राशि में कटौती कर दी है. बिहार को उसका हक नहीं दिया जा रहा है, लेकिन जदयू चुप नहीं बैठेगा. बिहार के अधिकार के लिए लड़ाई हमने शुरू की और उसे अंजाम तक हम ही पहुंचायेंगे. मधेपुरा के उदाकिशुनगंज में पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार चलाने, विकास कार्य करते रहने के कारण वह कार्यकर्ताओं से दूर चले गये थे.
कार्यकर्ता उदास हो गये थे. चुनाव में हार मिली. उसकी राजनीतिक और नैतिक जिम्मेदारी लेकर मैंने मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया. अब मैं कार्यकर्ताओं के बीच जा रहा हूं. संगठन को मजबूत करूंगा. नीतीश ने कहा कि आंध्रप्रदेश के विभाजन के बाद उसे विशेष राज्य का दर्जा दे दिया गया. यह अच्छी बात है. लेकिन, बिहार को उसका हक क्यों नहीं दिया जा रहा. यह कैसा इंसाफ है. अगर बिहार को विशेष दर्जा दिया जाता, तो टैक्स में छूट मिलती. यहां कल-कारखाना खुलता. बेरोजगार हाथों को रोजगार मिलता. अभी तो हम अपने बल बूते पर बिहार का विकास करते आ रहे हैं.
इंदिरा आवास योजना व मनरेगा के पैसे में भी केंद्र ने कटौती कर दी है. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में केंद्र सरकार राशि नहीं दे रही है. श्रम के बजट में भी भारी कमी की गयी है. यह बिहार के साथ भेद भाव नहीं तो और क्या है. बिहार सरकार ने 19 सौ 70 करोड़ रुपये खर्च कर प्रदेश से गुजरने वाले एनएच की मरम्मत करायी. केंद्र ने इस राशि को देने से भी इनकार कर दिया. आखिर बिहार के साथ ऐसा क्यों किया जा रहा है?
सहरसा में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते नीतीश कुमार ने आगाह करते कहा कि भाजपा लोगों के दिलों दिमाग में जहर घोल रही है. वह कनफूंकवां पार्टी है, अफवाह फैला रही है, दुष्प्रचार कर रही है. लेकिन, आपको सावधान रहना है. भाजपा जहां जहर दे रही है, वहां आपको दवा देनी है. नीतीश ने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान पीएम पद के भाजपा उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के भाषणों के टेप सुनाते हुए कहा कि बेरोजगारों को रोजगार दिलाने का वादा पूरा हुआ क्या. कहते थे 100 दिन में इतना काला धन लायेंगे कि हर गरीब को 15 से 20 लाख रुपये यूं ही मिल जायेंगे. अब कहते हैं कि हमें क्या किसी को नहीं पता कि कितना काला धन जमा है. कहा था कि किसानों के साथ न्याय किया जायेगा. समर्थन मूल्य बढ़ा कर लागत का डेड़ गुना दिया जायेगा, लेकिन डेढ़ गुना तो छोड़िए, जितना पिछले वर्ष मिला, उतना भी इस वर्ष नहीं मिल पाया. बिहार से क्या वादा किया था. स्पैशल पैकेज, स्टेटस, अटेंशन देंगे, सात महीने में भी प्राथमिकताएं तय नहीं हुई. यह सब झूठ और भ्रम फैला कर लोगों को गुमराह किया जा रहा है. युवा पीढ़ी को सपना दिखाया, फिर तोड़ दिया. 100 करोड़ लोगों को रोजगार का वादा करने वाले आज बने हुए रोजगार के अवसर को भी खत्म कर रहे हैं. लोकसभा चुनाव के समय इस झूठ व अफवाह का सहारा लेकर सरकार में आ गये. 2015 के विधानसभा चुनाव में भी भाजपा यही हथकंडा अपनानेवाली है. इसलिए सचेत हो जाइए और अपनी जुबान चलाइए. जहां अफवाह फैलाने वाले लोग पहुंचें, वहां आप भी जायें और लोगों को आगाह करें.
अघोषित इमरजेंसी लगायेगी बीजेपी : शरद
सहरसा में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने भी राजनीतिक सम्मेलन को संबोधित किया. कहा, भाजपा जिस तरह पूरे देश में झूठतंत्र का सहारा लेकर सरकार चला रही है. उससे लगता है कि आनेवाले दिनों में भाजपा देश में अघोषित इमरजेंसी लगायेगी. यह बड़े लोगों व बड़े व्यापारियों की पार्टी है, जो आपके लिए काम नहीं करेगी. देश के प्रधानमंत्री को एकतरफा भाषण करने की आदत है. वे बहस में भाग नहीं लेते. यह पहली बार हुआ है कि पूरा सदन एक साथ पीएम से उनके वादों की हकीकत पूछना चाह रहा है और पीएम जवाब नहीं दे पा रहे.