परिवहन पदाधिकारी को जान का खतरा
मधेपुरा : परिवहन विभाग में पदस्थापित इनफोर्समेंट सब-इंस्पेक्टर विकास कुमार के साथ बदतमीजी, गाली-गलौज करने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में ट्रक चालक एवं ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष के खिलाफ सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. विकास कुमार सहरसा में पदस्थापित हैं. इन दिनों मधेपुरा और सुपौल जिले के […]
मधेपुरा : परिवहन विभाग में पदस्थापित इनफोर्समेंट सब-इंस्पेक्टर विकास कुमार के साथ बदतमीजी, गाली-गलौज करने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में ट्रक चालक एवं ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष के खिलाफ सदर थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. विकास कुमार सहरसा में पदस्थापित हैं. इन दिनों मधेपुरा और सुपौल जिले के प्रभार में भी हैं.
इनफोर्समेंट सब-इंस्पेक्टर विकास ने कहा कि वह शनिवार की सुबह आठ बजे मधेपुरा से कुछ किलोमीटर दूर मधेपुरा-पूर्णिया रोड पर स्थित माणिकपुर चौक के समीप गाड़ियों की जांच कर रहे थे. इस दौरान स्टोन चिप्स लदे दो ट्रक (बीआर 11 जे 4570 व जेएचयूडी 1552) को रोकने का इशारा किया, लेकिन चालकों ने ट्रक
नहीं रोका.
फिर खदेड़ कर ट्रक पकड़ा. ड्राइवर के पास पर्याप्त कागजात नहीं थे. इस पर उन्होंने चालकों को ट्रक लेकर नजदीकी भर्राही थाना पहुंचने का आदेश दिया, लेकिन ड्राइवर ने मना कर दिया. दस-पंद्रह मिनट बाद चार-पांच आदमी आये. इनमें से एक ने खुद को गाड़ी का मालिक बताया. उसने अधिकारी को घूस देने की कोशिश की.
जब घूस लेने से मना कर दिया तो वे लोग भद्दी गालियां देने लगे. इनलोगों ने कहा कि पूर्णिया में जिस तरह डीटीओ को ट्रक चढ़ा कर मार दिया गया है. वही हश्र तुम्हारा होगा. इस दौरान ट्रक ड्राइवरों ने ट्रक स्टार्ट कर दिया और अधिकारी को गाली व धमकी देते हुए निकल गये. विकास डर गये और सीधे मधेपुरा डीएम के पास जाने लगे. इतने में रास्ते में मोटरसाइकिल से आ रहे एक व्यक्ति ने उन्हें रोक कर लोकल ट्रक को नहीं छूने कहा और गाली-गलौज भी की. उसने अपना नाम अजय यादव बताया और ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष के तौर पर परिचय दिया. विकास कुमार इसके बाद डीएम के पास गये और अपनी दास्तान सुनायी. डीएम ने उन्हें मदद का भरोसा दिया.
डीएम के पास से लौटते वक्त विकास कुमार ने देखा कि पहले मिले दोनों ट्रकों में से एक बीआर 11 जे 4570 ट्रक भर्राही थाना पुलिस ने सीज कर लिया है, लेकिन ड्राइवर भाग चुका था. ट्रक को लोकल ड्राइवर की मदद से भर्राही थाना लाया गया. वहीं परिवहन पदाधिकारी के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. सदर थानाध्यक्ष ने बताया कि इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.