अपराधी से बात की पुष्टि हुई, तो राजनीति से संन्यास

कुमारखंड, मधेपुरा: मधेपुरा के सांसद पप्पू यादव ने खुली चुनौती देते हुए कहा है कि जेल से निकलने के बाद उनके सभी नंबरों की कॉल डिटेल्स निकाली जाये. अगर किसी भी अपराधी से उनकी बात होने की पुष्टि हो तो वे 48 घंटे के भीतर राजनीति से संन्यास ले लेंगे. बुधवार को मधेपुरा के सांसद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 15, 2015 10:36 AM
कुमारखंड, मधेपुरा: मधेपुरा के सांसद पप्पू यादव ने खुली चुनौती देते हुए कहा है कि जेल से निकलने के बाद उनके सभी नंबरों की कॉल डिटेल्स निकाली जाये. अगर किसी भी अपराधी से उनकी बात होने की पुष्टि हो तो वे 48 घंटे के भीतर राजनीति से संन्यास ले लेंगे.

बुधवार को मधेपुरा के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कुमारखंड के खुर्दा स्थित अपने आवास पर प्रेस वार्ता के दौरान जिले में बढ़ रहे अपराध पर विक्षुब्ध थे. उन्होंने कहा कि कोसी के इलाके में कुछ छुटभैये नेता अपनी राजनीति के लिए जाति का इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर हिम्मत है तो छुटभैये अपनी राजनीति के लिए ऐसे अपराधियों को संरक्षण देना बंद कर के दिखाये. उन्होंने कहा कि सूबे में अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है. दुख की बात है कि इन अपराधियों को जनप्रतिनिधियों द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है.

अपराधियों एवं माफियाओं को स्वजातीय नेताओं का संरक्षण प्राप्त है. जिस दिन राजनीतिज्ञ ऐसे अपराधियों को संरक्षण देना बंद कर देंगे उसी दिन जिले में अपराध का ग्राफ नीचे आने लगेगा. इसे हर हाल में बंद करना होगा. प्रेस वार्ता में सांसद ने कहा कि चुनावी राजनीति के कारण छुटभैये अपराधी का सम्मान एवं मनोबल बढ़ा है. पहले माफिया कीगलती को राजनीतिक एवं प्रशासनिक महकमे में जायज ठहरा कर स्थापित कर दिया जाता है. दुखद यह है कि यह सब जाति के आधार पर किया जा रहा है. सांसद ने मुख्यमंत्री से कोसी एवं पूर्णिया के सभी महकमे के उच्चधिकारी एवं एसपी से नीचे के सभी पदाधिकारियों का तबादला तत्काल किया जाये.

जिस थाने के अंदर अपराध होता है वहां के थानेदार को बर्खास्त किया जाये. सांसद ने 14 फरवरी को किशनगंज के रूईधासा मैदान में आरएसएस, तालिबान, भ्रष्ट शासन, डॉक्टर के खिलाफ मोरचा खोलने के लिए आयोजित जन आंदोलन के लिए जन संवाद कार्यक्रम में कोसी एवं पूर्णियावासियों से शामिल होने की अपील भी की.
बने नया कानून
सांसद ने कहा कि शराब, एफसीआई जैसे व्यापार से जुड़े राजनीतिज्ञ का अधिकार समाप्त किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि पटना, आरा, गया, सासाराम, कोसी ऐसे जगहों पर सभी तथाकथित नेता पूर्णतया पानी, बालू, जमीन की दलाली से जुड़े हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी आचार संहिता एवं कानून बने जो राजनीतिज्ञों को अपराधियों एवं माफियाओं से अलग रखे. ड्रग्स, शराब के धंधे से जुड़े लोगों का राजनीति में प्रवेश बंद हो.

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