गण के पास नहीं पहंुच पाया तंत्र

फोटो – मधेपुरा 01 से पांच कैप्शन – 01 प्रमुख, 02 मुखिया, 03,04,05 ग्रामीण. -65 साल का गणतंत्र भारत अपना 66वां गणतंत्र उत्सव मना रहा है. लेकिन इतने वर्ष में भी विकास की दौड़ में न जाने कितने गांव काफी पीछे छूट गये हैं. जनकल्याणकारी सरकार, समवेत, समेकित और समावेशी विकास की बातों और दावों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 25, 2015 8:03 PM

फोटो – मधेपुरा 01 से पांच कैप्शन – 01 प्रमुख, 02 मुखिया, 03,04,05 ग्रामीण. -65 साल का गणतंत्र भारत अपना 66वां गणतंत्र उत्सव मना रहा है. लेकिन इतने वर्ष में भी विकास की दौड़ में न जाने कितने गांव काफी पीछे छूट गये हैं. जनकल्याणकारी सरकार, समवेत, समेकित और समावेशी विकास की बातों और दावों को झुठलाते इन गांवों में सौ साल पहले की कुछ समस्याएं वैसी ही हैं. -घैलाढ़ में नहीं पहुंची बिजलीजिले का घैलाढ़ प्रखंड कई आधारभूत समस्या से जूझ रहा है. लेकिन सबसे ज्वलंत समस्या बिजली की है. प्रखंड में बिजली नहीं है. झिटकिया पंचायत के जयपुरा, पश्चिमी लक्ष्मीणियां, राम टोला, मोरकाही, पथराहा में बिजली का कोई अता पता नहीं है. -कहते हैं लोगप्रखंड प्रमुख घैलाढ़ रंजू देवी ने कहा कि प्रखंड में बिजली के लिए कई बार विधायक एवं सांसद से मिल चुके हैं. बलुआहा पावर ग्रिड का कार्य ठप है. मुखिया झिटकिया पंचायत अशोक कुमार ने कहा कि पंचायत में बिजली सुविधा के लिए कई बार प्रयास किया गया, लेकिन विभाग से बात करने का कोई फायदा नहीं. खुद मेरे गांव में भी बिजली नहीं है. झिटकिया पंचायत के बैजनाथ कुमार ने कहा कि हमलोग बचपन से युवा हो गये लेकिन अभी तक प्रखंड में बिजली के दर्शन नहीं हुए हैं. चंदन कुमार ने कहा कि प्रखंड में पावर ग्रिड बनाने की शुरूआत चार साल पहले की गयी थी लेकिन कछुआ चाल में कार्य चल रहा है. झिटकिया पंचायत के ग्रामीण पप्पू ने कहा कि कई बार धरना एवं प्रदर्शन कर चुके है. आश्वासन तो मिल जाता है लेकिन उसके बाद कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. वहीं जिले के दक्षिणी छोर पर स्थित है आलमनगर प्रखंड के बिशनपुर रतवारा पंचायत का भी विकास नहीं हुआ है. यहां बुनियादी सुविधाओं का अभाव है.

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