राजकीय मेला घोषित होने पर खुशी का माहौल

मधेपुरा: बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर वर्ष 1978 से ही पुरैनी प्रखंड अंतर्गत कुरसंडी पंचायत के बलिया गांव में आयोजित होने वाले बलिया कृषि मेले को मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की ओर से राजकीय मेला का दर्जा दिये से क्षेत्र में खुशी का माहौल है. बिहार सरकार के कृषि विभाग एवं आत्मा की ओर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 28, 2015 7:02 PM

मधेपुरा: बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर वर्ष 1978 से ही पुरैनी प्रखंड अंतर्गत कुरसंडी पंचायत के बलिया गांव में आयोजित होने वाले बलिया कृषि मेले को मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की ओर से राजकीय मेला का दर्जा दिये से क्षेत्र में खुशी का माहौल है. बिहार सरकार के कृषि विभाग एवं आत्मा की ओर से हर वर्ष यहां कृषि यांत्रिकीकरण सह उत्पाद मेला का आयोजन किया जाता है.

मंगलवार को सूबे बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी मेला का उद्घाटन करने पहुंचे, तो उन्होंने इस मेला को ऐतिहासिक बना दिया़ स्थानीय विधायक सह सूबे बिहार के भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री नरेंद्र नारायण यादव की ओर से की गयी मांग पर मुख्यमंत्री मांझी ने मंच से ही बलिया कृषि मेला को राजकीय मेला बनाने की घोषणा की तो मौजूद पब्लिक ने सीएम के इस घोषणा का स्वागत तालियों की गड़गड़ाहट के साथ किया.

इस फैसले से पुरैनी प्रखंड सहित संपूर्ण आलमनगर विधानसभा क्षेत्र के किसानों के साथ-साथ आमजनों में हर्ष व्याप्त है. राजकीय मेला घोषित करने पर पंचायत के मुखिया चंदेश्वरी राम,जदयू प्रखंड अध्यक्ष शैलेंद्र यादव ,युवा जदयू के आलोक राज, पूर्व प्रमुख जवाहर मेहता,विनोद कुंवर, संजय सहनी, जूबैर आलम,ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा देर ही सही लेकिन मुख्यमंत्री ने कृषि मेला बलिया को राजकीय मेला घोषित कर पिछड़े क्षेत्र को राज्य के मानचित्र पर लाने का सराहनीय काम किया है.

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