सूबे की राजनीतिक सरगरमी पर चर्चा
मधेपुरा. प्रदेश में जारी राजनीति गति रोध का सीधा असर जिले में देखा जा रहा है. समाहरणालय से लेकर चाय-पान की दुकान तक इस चर्चा से अछूता नहीं है. इन चर्चाओं के बीच लोग बाग कभी पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो कभी वर्तमान मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को स्थिति का जिम्मेदार ठहराते हुए कोसने लगते […]
मधेपुरा. प्रदेश में जारी राजनीति गति रोध का सीधा असर जिले में देखा जा रहा है. समाहरणालय से लेकर चाय-पान की दुकान तक इस चर्चा से अछूता नहीं है. इन चर्चाओं के बीच लोग बाग कभी पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो कभी वर्तमान मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को स्थिति का जिम्मेदार ठहराते हुए कोसने लगते है. ज्ञात हो कि बिहार की राजनीति में कोसी और मधेपुरा अपना अलग स्थान रखता है. पिछले कुछ दिनों से जारी सियासी उठा पटक लेकर राजनीति गलियारा हो या सरकारी दफ्तर या चाय की नुक्कड़ चर्चा बस एक ही है कि आखिर बिहार का भविष्य क्या होगा.