नवजात को खेत में फेंका, बची जान

फोटो – मधेपुरा 09केप्सन-अख्तरी खातून के गोद में नवजात – चार माह मासूम बच्ची को मकई खेत में फेंक कर चली गयी मां – बच्ची के रोने कि आवाज सुनकर अख्तरी खातून ने उसे खेत से निकाला – सड़क किनारे बच्चे को देखने की लग गयी भीड़-कतरा रहे थे लोग नवजात को गोद लेने में […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 2, 2015 8:03 PM

फोटो – मधेपुरा 09केप्सन-अख्तरी खातून के गोद में नवजात – चार माह मासूम बच्ची को मकई खेत में फेंक कर चली गयी मां – बच्ची के रोने कि आवाज सुनकर अख्तरी खातून ने उसे खेत से निकाला – सड़क किनारे बच्चे को देखने की लग गयी भीड़-कतरा रहे थे लोग नवजात को गोद लेने में – समाज में कुछ लोग आज भी बेटी को मानते हैं अभिशाप प्रतिनिधि, पुरैनी (मधेपुरा) समाज में कुछ लोग अभी भी बेटी को अभिशाप समझते हैं. एक ओर जहां सरकार बेटे-बेटी में फर्क नहीं करने की जागरूकता फैला रही है, लेकिन समाज में अभी कुछ लोग ऐसे है जिनकी मानसिकता अभी भी कुंठित है. ऐसा ही एक मामला जिले के पुरैनी प्रखंड के औराय पंचायत में रविवार के शाम करीब चार बजे देखने का मिला. जहां चार माह की मासूम को औराय से पुरैनी आने वाली मुख्य सड़क के किनारे एक ईंट भट्ठा के समीप मकई खेत रोते हुए अवस्था में मिली. नवजात के रोने की आवाज सुन अख्तरी खातून (जो पुरैनी से अपने घर औराय लौट रही थी) ने मासूम को गोद में उठा कर सड़क किनारे ले आयी और उक्त नवजात के बारे में लोगों से पूछताछ की. लेकिन नवजात के मां-बाप का कोई पता नहीं चल पाया. मामले में पुरैनी पुलिस को सूचना मिली, तो थानाध्यक्ष सुनील कुमार भी मौके पर पहुंच नवजात को संरक्षण देने वाली महिला से मिले और इसकी जानकारी बाल संरक्षण आयोग को दी. अभी नवजात की देख रेख अख्तरी खातून कर रही है.

Next Article

Exit mobile version