भयकांत ग्रामीण कर रहे पलायान
उदाकिशुनगंज. मंगलवार को खाड़ा गांव में पुलिस द्वारा ग्रामीणों की पिटाई के बाद ग्रामीण सहमे हुए है. लोगों में यह चर्चा है कि पुलिस ग्रामीणों के विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज करने जा रही है, जिससे गांव छोड़ कर लोग भागने लगे है. दर्जनों युवक पुलिस से मार खाने के बाद अब मुकदमा के डर से […]
उदाकिशुनगंज. मंगलवार को खाड़ा गांव में पुलिस द्वारा ग्रामीणों की पिटाई के बाद ग्रामीण सहमे हुए है. लोगों में यह चर्चा है कि पुलिस ग्रामीणों के विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज करने जा रही है, जिससे गांव छोड़ कर लोग भागने लगे है. दर्जनों युवक पुलिस से मार खाने के बाद अब मुकदमा के डर से गांव छोड़ने को मजबूर हो गये. हालांकि पुलिस कहना है कि ऐसा कुछ नहीं होगा, लेकिन ग्रामीणों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने के लिए पुलिस कागजी प्रक्रिया पूरी करने में जुट गयी है. अगर ऐसा हुआ तो निश्चित ही ग्रामीण अदालत का दरवाजा खटखटाने को विवश हो जायेंगे. सुशासन में कुशासन क्यों फोटो – मधेपुरा 10कैप्शन- निशा (बालिका)प्रतिनिधि, उदाकिशुनगंजखड़ा गांव में पुलिस बर्बता का शिकार हुई तीन वर्षीय बच्ची अवधेश यादव की पुत्री निशा कुमारी का क्या कसूर था, जो पुलिस ने उसे रोड पर पट कर जान लेने की कोशिश की. हालांकि निशा बच गयी है, लेकिन यह सवाल समाज के बच जरूर खड़ा हो रहा है कि आखिर बुधामा पुलिस कैंप की पुलिस निशा के साथ ऐसा क्यों की. वो तो ठीक से कुछ समझ नहीं पाती है. चूंकि अबोध बालिका है. घटना के बाद निशा पिता के गोद में नि:सहाय पड़ी थी. डर से सहमी बार – बार पिता के गले लग जाया करती थी. वो हतास व परेशान नजर आ रही थी. समाज में कलंकित कर दिये जाने कि घटना खाड़ा में जरूर घटी है. जिससे इनकार नहीं किया जा सकता है. मंगलवार को खाड़ा गांव में जो कुछ भी हुआ वो पुलिस प्रशासन के लिए कलंक है. पुलिस व ग्रामीणों के बीच झड़प हुई है इस दौरान दोनों पक्षों में मारपीट भी हुई है. ग्रामीणों द्वारा बुधामा पुलिस की भी पिटायी की गयी है. जांच जारी है. रहमत अली, एसडीपीओ उदाकिशुनगंज, मधेपुरा