मध्य विद्यालय को मिले उच्च विद्यालय का दर्जा

मधेपुरा : शिवानंद मध्य विद्यालय बेलाड़ी में दो शिक्षक के सहारे 101 बच्चे की पढ़ाई की जा रही है. प्रखंड का सबसे पुराना विद्यालय है. जिसकी स्थापना 1956 में हुई थी. स्थापना काल से लेकर आज तक इस स्कूल का भूल भुत विकास नहीं हुआ है.इस स्कूल में लगभग 20 सौ छात्रा नामांकित है. पुराने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 10, 2015 10:05 PM

मधेपुरा : शिवानंद मध्य विद्यालय बेलाड़ी में दो शिक्षक के सहारे 101 बच्चे की पढ़ाई की जा रही है. प्रखंड का सबसे पुराना विद्यालय है. जिसकी स्थापना 1956 में हुई थी. स्थापना काल से लेकर आज तक इस स्कूल का भूल भुत विकास नहीं हुआ है.इस स्कूल में लगभग 20 सौ छात्रा नामांकित है.

पुराने विद्यालय होने के कारण इस विद्यालय को उच्च विद्यालय का दर्जा मिलना चाहिए. लेकिन नहीं. यहां के छात्र छात्राओं को आठ किमी दूर प्रखंड मुख्यालय एवं पांच किमी दूर ग्वालपाड़ा अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए जाना पड़ता है. जिससे छात्राओं की काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

इस बाबत प्रधानाध्यापक निरंजन कुमार ने बताया कि इस विद्यालय इस विद्यालय को तीन एकड़ 14 डिस्मल जमीन उपलब्ध है. अगर इस स्कूल को उच्च विद्यालय का दर्जा मिल जाय तो बच्चों को परेशानी नहीं होगी. ग्रामीण मनोज, नीतीश कुमार, अंकीत कुमार आदि ग्रामीणों को कहना है कि इस विद्यालय में नौ एवं दस की पढ़ाई शुरू की जाती है तो हमलोगों के बच्चों को परेशानी नहीं होगी. प्रधानाध्यापक ने जिला शिक्षा पदाधिकारी से मांग किया है कि इस विद्यालय को उच्च विद्यालय का दर्जा मिले.

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