स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से रोगी परेशान
फोटो- मधेपुरा 04,05,06,07कैप्शन- सदर अस्पताल में धरना पर बैठे संविदा स्वास्थ्य कर्मी, इलाज के लिए आये मरीज, प्रतिनिधि, मधेपुराएक जून से चल रहे स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवा चरमरा गयी है. सदर अस्पताल से लेकर जिले के विभिन्न प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर हड़ताल का असर दिखा रहा है. शनिवार को सदर अस्पताल में […]
फोटो- मधेपुरा 04,05,06,07कैप्शन- सदर अस्पताल में धरना पर बैठे संविदा स्वास्थ्य कर्मी, इलाज के लिए आये मरीज, प्रतिनिधि, मधेपुराएक जून से चल रहे स्वास्थ्य कर्मियों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवा चरमरा गयी है. सदर अस्पताल से लेकर जिले के विभिन्न प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर हड़ताल का असर दिखा रहा है. शनिवार को सदर अस्पताल में रोगियों को परेशानी का सामना करना पड़ा. इमरजेंसी वार्ड में मात्र दो कर्मी व एक डॉक्टर उपस्थित थे. वहीं ओपीडी में एक भी डॉक्टर उपस्थित नहीं थे. रोगी इलाज के लिए इधर उधर भटकते रहे. धुरगांव निवासी विंदेश्वरी ऋषिदेव बीपी से ग्रसित थे और इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल आये, लेकिन सुबह से डॉक्टरों के इंतजार में ओपीडी में बैठे रहे. वहीं नौलखी निवासी नरेश कुमार छोटी सी बच्ची को लेकर परेशान दिखे. वहीं प्रसव के लिए आयी महिला मुन्नी देवी दर्द से कराह रही थी, लेकिन उसे देखने वाला कोई नहीं था. साथ ही तरहा निवासी चंचल कुमारी बुखार से पीडि़त है, जो इलाज के लिए सदर अस्पताल आयी थी, लेकिन ड़ताल के कारण ओपीडी बंद था. ज्ञात हो कि बिहार राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ के आह्वान पर संघ के जिला इकाई एक जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है. शनिवार को स्वास्थ्य कर्मी सदर अस्पताल में धरना पर थे. इस दौरान धरना दे रहे स्वास्थ्य कर्मियों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. नारेबाजी कर रहे स्वास्थ्य कर्मियों ने कहा कि जब तक सरकार वेतनमान व नौकरी नियमित करने की मांग मान नहीं लेती है तब तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा. इस दौरान जिले के सभी एएनएम, ममता, आशा, पोलियो कर्मी, टीकाकरण कर्मी, डाटा ऑपरेटर, सहित अन्य कर्मी हड़ताल पर डटे रहे.