कुली के बेटे ने आइआइटी में मारी बाजी
पुरैनी बाजार के सुजित ने को ओबीसी में मिली 1329 रैंक फोटो – मधेपुरा 01, 02कैप्शन – सुजीत कुमार, सुजीत का पूरा परिवार प्रतिनिधि, पुरैनी0अनपढ़ मां-बाप के बेटे ने आइआइटी में सफलता पाकर गुदरी के लाल होने के कहावत को चरितार्थ कर दिया. जिले के पुरैनी प्रखंड मुख्यालय निवासी एक ऐसा मजदूर जो ट्रकों पर […]
पुरैनी बाजार के सुजित ने को ओबीसी में मिली 1329 रैंक फोटो – मधेपुरा 01, 02कैप्शन – सुजीत कुमार, सुजीत का पूरा परिवार प्रतिनिधि, पुरैनी0अनपढ़ मां-बाप के बेटे ने आइआइटी में सफलता पाकर गुदरी के लाल होने के कहावत को चरितार्थ कर दिया. जिले के पुरैनी प्रखंड मुख्यालय निवासी एक ऐसा मजदूर जो ट्रकों पर बोरा लाद कर अपने परिवार का पोषण करता है. पत्नी खेतों में मजदूरी करती है, जिससे किसी तरह दो वक्त की रोटी का जुगाड़ होता है. इस हालात में देश भर में ओबीसी में 1329 रैंक लाना यह साबित करता है कि कुछ करने का जुनून हो तो, संसाधन आड़े नहीं आते. सुजीत के परिजनों को जब उसकी सफलता की जानकारी मिली तो मां-बाप व बहन के आंखों से खुशी के आंसू निकल पड़े. मां मीरा देवी का सपना था की उनका बेटा भी पढ़ लिख कर बड़ा आदमी बने. सुजीत के पिता प्रमोद मेहता पुरैनी बाजार में ही कुली का काम करते हैं. सुजीत की सफलता से एक तरफ जहां परिजन फुले नहीं समा रहा है, वहीं ग्रामीणों में भी हर्ष है. हर कोई सुजीत के पिता को कह रहे हैं की तोहऱ.़.़.बेटा त गुदरी के लाल निकल़.़.़. दो भाई और दो बहनों में एक भाई और एक बहन से छोटे सुजीत की पढ़ाई लिखाई गांव के ही एक प्राइवेट कोचिंग से प्रारंभ हुई. फिर प्रखंड अंतर्गत श्री वासुदेव प्लस टू उच्च विद्यालय नयाटोला से हुई. यहां से मैट्रिक में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होने के बाद वह सुपर 30 की तैयारी में जुट गया और अंतत: सुपर 30 में चयनित हुआ. फिर यहां से अपने दूसरे प्रयास में ही देश भर में 1329 रैंक हासिल किया और अब वह आइआइटी खड़गपुर से इलेक्ट्रिकल में बीटेक करना चाहता है.