मुहर्रम की तैयारी शुरू, इमामबाड़ा में केले के पेड़ लगाये

मधेपुरा : इसलाम के प्रवर्तक पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हसन और हुसैन की शहादत के गम में उर्दू की पहली तिथि को चांद के दिखने के साथ ही मुर्हरम पर्व शुरू हो गया है. इसके साथ ही इमामबाड़ों में मजलिसों का सिलसिला भी शुरू हो जाता है. जिले के विभिन्न प्रखंडों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 20, 2015 6:34 PM

मधेपुरा : इसलाम के प्रवर्तक पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हसन और हुसैन की शहादत के गम में उर्दू की पहली तिथि को चांद के दिखने के साथ ही मुर्हरम पर्व शुरू हो गया है. इसके साथ ही इमामबाड़ों में मजलिसों का सिलसिला भी शुरू हो जाता है. जिले के विभिन्न प्रखंडों में मुहर्रम की तैयारी शुरू हो गयी है.

मंगलवार की रात केलकटी की रस्म अदा की गयी. इस रस्म में इमामबाड़ों में केले के पेड़ लगाये गये. इससे पहले सोमवार की रात इमामबाड़ों में मिट्टी जमा करने की रस्म की गयी.कल यानी गुुरुवार दोपहर से मर्सिया पढ़ने का सिलसिला शुरू हो जायेगा. इधर इमामबाड़ों पर निशान लगा दिये गये हैं. ताजिया बनने भी शुरू हो गये हैं.

शुक्रवार को चौकी मिलान होगा. 24 अक्टूबर को पड़ने वाली दसवीं तिथि को पहलाम है. इस दिन ताजिया निकाल कर मिलान किया जाता है. निर्धारित स्थलों पर मिलान होने के बाद मेला का आयोजन किया जाता है.हजरत इमाम हसन हुसैन की शहादत की याद में मनाये जाने वाले पर्व मुहर्रम पर ताजिया और निशान निकाल कर शहादत को सलाम किया जाता है.

उर्दू तिथि के मुताबिक अष्टमी तिथि को रेनगाह निशान घुमाया जायेगा. इसके बाद इसे ताजिया खेले जाने स्थान पर गाड़ दिया जाता है. इसे दसवीं के दिन यानी 24 अक्टूबर को उखाड़ा जायेगा. कारीगर ताजिया को आकर्षक रूप देने में व्यस्त हैं. शहर के करबला मैदान में लगेगा मेला मधेपुरा. जिला मुख्यालय में मुहर्रम में ताजिया मिलान करबला मैदान में होता है. यहां जंगी करतब भी दिखाते हैं और मेला का आयोजन भी होता है. शहर के विभिन्न इमामबाड़ों में तैयारी शुरू कर दी गयी है.

कमेटी द्वारा सभी इमामबाड़ों का समन्वय किया जाता है. 23 अक्तुबर की सुबह चार से सात बजे तक पुरानी बाजार स्थित राम रहीम रोड में चौकी मिलन किया जायेगा. टीपी कॉलेज शहीद शंकर स्मारक स्थल से ताजिया अपने-अपने इमाम बाड़ा चले जायेंगे. 23 अक्टूबर की रात दो बजे से 24 अक्टूबर की सुबह सात बजे तक राम रहीम रोड में ताजिया मिलन होगा.

यहां जंगी और झरनी खेल दिखायेंगे. दिन के दो बजे सभी ताजिया गोल बना कर टीपी कॉलेज चौक होते हुए पुरानी बाजार मसजिद चौक पर एकत्रित होंगे. यहां से फकीर टोला, भिरखी स्थित इमामबाड़ा पहुंच कर पुराना कब्रिस्तान स्थित करबला मैदान पहुंचेंगे. यहां शाम तक खेल तमाशा होगा. करबला मैदान पर पारंपरिक तौर पर जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी पहुंचते रहे है. इसके बाद खिलाडि़यों को पुरस्कार से नवाजा जायेगा.

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