शक्षिा व रोजगार बन रहा है चुनावी मुद्दा
शिक्षा व रोजगार बन रहा है चुनावी मुद्दा जितने भी नेता आते हैं, वो वादा करते हैं और कुरसी मिलने के साथ सभी वादे भूल जाते हैंफोटो – मधेपुरा 11 से 16कैप्शन – प्रतिनिधि, मुरलीगंज 71 बिहारीगंज विधानसभा के युवा एवं व्यवसायी मतदाताओं के बदौलत रहने वाले नेताओं को इस बार युवा एवं व्यवसायी मतदाता […]
शिक्षा व रोजगार बन रहा है चुनावी मुद्दा जितने भी नेता आते हैं, वो वादा करते हैं और कुरसी मिलने के साथ सभी वादे भूल जाते हैंफोटो – मधेपुरा 11 से 16कैप्शन – प्रतिनिधि, मुरलीगंज 71 बिहारीगंज विधानसभा के युवा एवं व्यवसायी मतदाताओं के बदौलत रहने वाले नेताओं को इस बार युवा एवं व्यवसायी मतदाता भी पटकनी देने के मुड में है. युवा मतदाता अपने को बेरोजगार बताते हुए कहते है कि इलेक्शन से पहले सभी नेता रोजगार, शिक्षा,विकास,महंगाई दूर करने के लाखों वादे करते है, लेकिन कुर्सी मिलते ही सभी वादे धरी की धरी रह जाती है. मुरलीगंज वार्ड नंबर तीन के निवासी विजय कुमार विमल का कहना है कि जितने भी नेता आते हैं, वो वादा करते हैं और कुर्सी मिलने के साथ सभी वादे भूल जाते हैं. वो वादा उसे पांच साल बाद फिर याद आता है। लेकिन इस बार हमलोग अपना मत उसी प्रत्याशी को देंगे जो युवाओं के हित में काम करें. वही वार्ड नंबर 11 के निवासी नीतीश कुमार का कहना है कि हमलोग अपना मत उसी प्रत्याशी को देगे जो शिक्षा एवं रोजगार को बेहतर बनाने का काम करेगें. वार्ड नंबर 12 निवासी पिंटू कुमार का कहना है कि युवाओं के भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने वाले नेता इस बार सावधान हो जाये, क्योंकि इस वार युवा मतदाता उनके चंगुल में आने वाले नहीं है. हम युवा मतदाता अपना मत उसी को देंगे जो बिहार के युवाओं के हित के लिए सोचे, साथ ही सभी मतदाताओं से अपील करते हुए कहा कि अपना मत का प्रयोग सही प्रत्याशी को देकर बिहार के विकास में अपना भागीदारी निभाये. वही कपड़ा व्यवसायी हेमंत कुमार भगत का कहना है कि हम अपना मत उसी प्रत्याशी को देंगे जो बिहार के विकास के साथ-साथ बिहार को उद्योग के मामले में बिहार को प्रगति प्रदान करने का काम करेंगेे. वही गृहिणी श्रीमती सुलोचना देवी का कहना है कि आज हम महिलाओं की भागीदारी किसी भी क्षेत्र में कम नहीं है. फिर भी आज गांव,देहात की ज्यादातर महिलाएं अशिक्षित है. हम तमाम मां-बहनों एवं बेटियों से आग्रह करेंगे कि अपना मत उसी प्रत्याशी को दे जो महिला सशक्तिकरण एवं महिला शिक्षा को आगे बढ़ायें.