चार हजार विषय व 32 लाख छात्रों से इग्नू की है अलग पहचान: डा जेपी ओझा
चार हजार विषय व 32 लाख छात्रों से इग्नू की है अलग पहचान: डा जेपी ओझा प्रतिनिधि, मधेपुराभूपेंद्र नारायण मंडल विवि अंतर्गत टीपी कॉलेज मधेपुरा में परिचय समारोह का आयोजन किया गया. इग्नु अध्ययन केंद्र में आयोजित परिचय समारोह में नव नामांकित छात्रों को इग्नु में किस प्रकार अध्ययन किया जाये इस विषय पर विशेष […]
चार हजार विषय व 32 लाख छात्रों से इग्नू की है अलग पहचान: डा जेपी ओझा प्रतिनिधि, मधेपुराभूपेंद्र नारायण मंडल विवि अंतर्गत टीपी कॉलेज मधेपुरा में परिचय समारोह का आयोजन किया गया. इग्नु अध्ययन केंद्र में आयोजित परिचय समारोह में नव नामांकित छात्रों को इग्नु में किस प्रकार अध्ययन किया जाये इस विषय पर विशेष रूप से बताया गया. इस मौके पर क्षेत्रीय केंद्र सहरसा के सहायक कुलसचिव डा जेपी ओझा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि इग्नु के अंतर्गत चार हजार अधिक विषयों में 32 लाख छात्र नामांकित हैं. यह इसकी अपनी पहचान भी हैं. उन्होंने कहा कि भारत का पहला दूरस्थ शिक्षा के साथ इ शिक्षा में इग्नु की अलग ख्याति है. इस मौके पर समन्वयक डा एचएलएस जौहरी ने कहा कि इग्नु के पाठय पुस्तकों की भाषा शैली, इतनी सहज है कि छात्रों को अपनी ओर आकर्षित करती है, साथ ही उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर का सिलेबस एवं विश्व स्तरीय केडेट ने इस विश्वविद्यालय की अलग छवि प्रस्तुत की है. यही वजह है कि देश विदेश सभी जगह इग्नु सर्वाधिक लोकप्रिय है. इस दौरान प्राचार्य डा जौहरी ने छात्रों को अध्ययन के गुड़ भी सिखाये. कार्यक्रम में अध्ययन के दो सहायक समन्वयक डा दिनेश यादव व प्रो आर पी राजेश के अलावा डा कपिलदेव प्रसाद यादव, डा नारायण कुमार, कार्यालय सहायक निशांत कुमार, मनीष कुमार, इंद्र भूषण कुमार, आदेशपाल कौशल कुमार आदि मौजूद थे. छात्रों की परेशानी पर उबले छात्र संगठन प्रतिनिधि, मधेपुराभूपेंद्र नारायण मंडल विवि परिसर में सोमवार को होने वाली प्रीपीएचडी कोर्स वर्क की परीक्षा देने सहरसा, सुपौल, मधेपुरा,अररिया, पूर्णिया, किशनगंज व कटिहार से पहुंचे छात्रों को हुई परेशानी से विभिन्न छात्र संगठनों में आक्रोश है. अभाविप के राहुल कुमार यादव ने कहा कि करीब दो सौ किलोमीटर की दूरी तय कर हजारों की संख्या में परीक्षार्थी विवि पहुंचे, लेकिन उन्हें बैरंग वापस लौटना पड़ा. छात्रों की परेशानी पर अभाविप चुप नहीं बैठेगी, विवि प्रशासन को छात्रों को इस तरह की परेशानी से निजात दिलाना होगा. वहीं एनएसयूआइ के प्रदेश महासचिव मनीष कुमार एवं सहरसा जिलाध्यक्ष संदीप कुमार सुमन ने कहा कि छात्रों के साथ ज्यादती एनएसयूआइ बरदाश्त नहीं करेगी.