भिखारी की मौत से उजड़ा माता-पिता का संसार

भिखारी की मौत से उजड़ा माता-पिता का संसारमधेपुरा. एनएच 106 पर सिंहेश्वर बाजार में बुधवार की सुबह मल्लिक टोला के पास ट्रक के नीचे दब कर दस वर्षीय भिखारी उर्फ ओम ठाकुर दर्दनाक मौत हो गयी. भिखारी की मौत की खबर सुन कर उसके गांव सखोतर में सन्नाटा छा गया तो परिजनों पर दुख का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2015 7:45 PM

भिखारी की मौत से उजड़ा माता-पिता का संसारमधेपुरा. एनएच 106 पर सिंहेश्वर बाजार में बुधवार की सुबह मल्लिक टोला के पास ट्रक के नीचे दब कर दस वर्षीय भिखारी उर्फ ओम ठाकुर दर्दनाक मौत हो गयी. भिखारी की मौत की खबर सुन कर उसके गांव सखोतर में सन्नाटा छा गया तो परिजनों पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा. पिता का संसार उजड़ गया तो मां की कोख सूनी हो गयी. भिखारी के घर का कोना कोना रो रहा था. परिजनों के साथ-साथ ग्रामीणों की मुख से एक ही बात निकल रही थी, शादी के पंद्रह वर्ष बाद कई जगहों पर मन्नत मांगने पर पशुपति ठाकुर के यहां भगवान ने भीख के रूप में भिखारी को जन्म दिया. ग्रामीणों ने बताया कि शादी के पंद्रह वर्ष बाद भी पशुपति ठाकुर को संतान की प्राप्ति नहीं हुई. लेकिन पशुपति ठाकुर पत्नी के साथ-साथ कई मंदिरों में माथा टेका और भगवान से दुआ मांगी. जब पुत्र का जन्म हुआ. भीख में मिले इस पुत्र का नाम माता व पिता ने भिखारी ठाकुर रखा. जिसका लालन पालन भी इसी अंदाज में किया गया. बुधवार को घर के सभी सदस्य रोज की तरह अपने अपने कार्य पर चल गये. वहीं चचेरे भाई के साथ भिखारी को मांग ने स्कूल के लिए यह सोच कर भेजा की दोपहर में उसके लिए खाना बना कर रखूंगा.इस घटना की सूचना सबसे पहले पशुपति ठाकुर के सिंहेश्वर स्थित आवास पर दी गयी. सिंहेश्वर मंदिर में पूजा कर रहे भिखारी के बड़े चाचा कैलाश ठाकुर सूचना मिलते ही घटना स्थल की और दौर पड़े. सभी सगे संबंधी बदहवास स्थिति में कोई पैदल तो कोई साइकिल से घटना स्थल पर पहुंचने लगे. घटना स्थल से लेकर भिखारी के गांव तक हरेक व्यक्ति के आंखों से आंसू निकल रहे थे. भिखारी के माता पिता के साथ दादा दादी व चाचा चाची के लिए यह घटना किसी कयामत से कम नहीं था.

Next Article

Exit mobile version