सिंहेश्वर में जाम बना सिरदर्द
सिंहेश्वर में जाम बना सिरदर्द प्रतिनिधि. सिंहेश्वर जिले के सिंहेश्वर बाजार में रोज लगने वाली जाम बाजारवासियों के लिए सिर दर्द बन गया. इस समस्या की और न तो स्थानीय प्रशासन और न ही जिला प्रशासन ध्यान दे रही है. इसके कारण सिंहेश्वर बाजार में प्रतिदिन जाम की समस्या बनी रहती है. जाम के कारण […]
सिंहेश्वर में जाम बना सिरदर्द प्रतिनिधि. सिंहेश्वर जिले के सिंहेश्वर बाजार में रोज लगने वाली जाम बाजारवासियों के लिए सिर दर्द बन गया. इस समस्या की और न तो स्थानीय प्रशासन और न ही जिला प्रशासन ध्यान दे रही है. इसके कारण सिंहेश्वर बाजार में प्रतिदिन जाम की समस्या बनी रहती है. जाम के कारण सिंहेश्वर बाजार से निकलने में वाहनों को घंटों का समय लग जाता है. हालांकि कुछ माह पहले सदर एसडीएम ने सिंहेश्वर बाजार में अतिक्रमण हटाओ अभियान चला कर सड़क को अतिक्रमण से मुक्त किया था. लेकिन फिर से सड़क पर दुकान लगने से बाजार की सड़क अतिक्रमित हो गयी है. वहीं बाजार में अवैध रूप से चल रहे बस स्टैंड व ऑटो स्टैंड से दिन भर जाम लगी रहती है. कुहासे के कारण बढ़ने लगी दुर्घटना मधेपुरा. जिले में धीरे धीरे ठंड ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है. वहीं बढ़ते ठंड में कुहासा भी घना होने लगा है. शाम ढ़लते ही सड़कों पर घना कोहरा छा जाता है, यह स्थिति सुबह आठ बजे तक बनी रहती है. कुहासे के कारण जिले में सड़क दुर्घटना में अचानक से वृद्धि हो गयी. शनिवार को पटना से सहरसा जा रही बस कुहासे के कारण पलट गयी. जिसमें एक दर्जन से अधिक यात्री घायल हो गये थे. शहर में यात्री पड़ाव का अभाव मधेपुरा. जिला मुख्यालय में यात्री पड़ाव का घोर अभाव है. शहर में कहने के लिए बस स्टैंड तो है, लेकिन यहां यात्रियों के ठहराव की समुचित व्यवस्था नहीं की गयी है. वहीं बस स्टैंड को छोड़ कर शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर यात्री वाहन खड़ी जाती है. लेकिन कहीं भी यात्री पड़ाव की व्यवस्था नहीं है. खास कर कर्पूरी चौक एवं विवि चौक पर यात्रियों को इसकी कमी महसूस होती है. धूप हो या बरसात आम यात्री के साथ-साथ छात्र -छात्राएं खुले आसमान में खड़े हो कर बस का इंतजार करती है.