अब तो सुंदर एवं व्यवस्थित शहर बनाइए !
अब तो सुंदर एवं व्यवस्थित शहर बनाइए ! —- संसोधित फाइल — फोटो -मधेपुरा 05,06,07,08,13कैप्शन – — शहर को सुंदर और व्यवस्थित बनाने के लिए नगर परिषद का दावा हवा– मुख्य सड़क पर ही स्थित है सब्जी मंडी प्रतिनिधि, मधेपुरा. ‘मधेपुरा शहर में एक तो खास बात है, यहां की सड़कें काफी चौड़ी हैं.’ यहां […]
अब तो सुंदर एवं व्यवस्थित शहर बनाइए ! —- संसोधित फाइल — फोटो -मधेपुरा 05,06,07,08,13कैप्शन – — शहर को सुंदर और व्यवस्थित बनाने के लिए नगर परिषद का दावा हवा– मुख्य सड़क पर ही स्थित है सब्जी मंडी प्रतिनिधि, मधेपुरा. ‘मधेपुरा शहर में एक तो खास बात है, यहां की सड़कें काफी चौड़ी हैं.’ यहां आने वाले लोग मधेपुरा शहर के बारे में यही कहते हैं. लेकिन दुख की बात है कि नगर परिषद, जिला प्रशासन और मधेपुरा शहरवासी अपने शहर को सुंदर और व्यवस्थित बनाने की दिशा में एक भी कदम नहीं उठा रहे. बीच-बीच में अखबारों में खबर छपने के बाद कुछ सुगबुगाहट दिखती तो है लेकिन वह भी किसी बुलबुले की तरह फूट जाता है. शहर हर तरफ बिखरा सा लगता है. न व्यवस्थित दुकानें हैं न ही सुचारू यातायात! राजनीतिक रूप से समृद्ध मधेपुरा शहर को अब तो सुंदर और व्यवस्थित बनाने के लिए चारो ओर से स्वस्थ प्रयास किया जाना चाहिए. — जाम की समस्या तो होने लगी है आम– मधेपुरा बाजार में जाम की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. मुख्य सड़क पर हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है. शाम होते-होते मुख्य सड़क से गुजरना मुश्किल हो जाता है. सड़क के किनारे लोग अपनी – अपनी दुकानें लगा रहे है. रेहरी पटरी वालों के कारण सड़क की चौड़ाई घटती जा रही है. संध्या के समय सड़क के दोनों ओर नीचे में दुकान लगाने से जाम की समस्या और भी बढ़ गयी है. यातायात सुचारू करने के लिए यातायात पुलिस नहीं है. पुलिस विभाग में जवानों की संख्या पर्याप्त नहीं है. इसलिए अधिसंंख्य बल को अपराध नियंत्रण में ही अपना पूरा जोर लगाना पड़ता है. जबकि मधेपुरा शहर की बनावट ऐसी है कि थोड़े प्रयास से ही यहां जाम की स्थिति पर नियंत्रण रखा जा सकता है. जाम के कारण जहां दुकानदारों को परेशानी होती है. वहीं आम लोग भी परेशान रहते है. — नाम बड़े और दर्शन छोटे — शहर विकसित होता जा रहा है. बड़ी-बड़ी दुकानें खुलती जा रही है. सरकारी ओर निजी बैंक की शाखाएं खुल रही हैं. डिपार्टमेंटल स्टोर बन गये हैं. दुकानों की बोर्ड पर हर कोई अपने अंतरराष्ट्रीय ब्रांड के बारे में बता रहा है. लेकिन इन दुकानों और प्रतिष्ठानों के संचालक शहर के प्रति अपनी जिम्मेदारी से लापरवाह बने हुए हैं. इन दुकानों, प्रतिष्ठानों और बैंक के संचालक और प्रबंधकों ने इस बात को बिलकुल दरकिनार कर दिया है कि उनके दुकान और प्रतिष्ठनों में पहुंचने वाले उपभोक्ता अपनी गाड़ी को पार्क कहां करेंगे. अपनी जमीन छोड़ना तो दूर उन्होंने ने तो दुकान को आगे बढ़ कर सरकारी जमीन पर भी कब्जा कर लिया है. कितने दुख की बात है कि हमने कमाई के अंधाधुंध दौड़ में अपनी जिम्मेदारियों को ताक पर रख दिया है. वहीं दूसरी तरफ सड़क के किनारे पर एक से बढ़ कर एक महंगी गाड़ियां लोग ऐसे पार्क करते हैं कि आधी सड़क बाधित हो जाती है. मारूति 800 से लेकर ऑडी तक मधेपुरा की सड़क पर दौड़ती नजर आती है लेकिन जब ये गाडि़यां सड़क पर खड़ी करने के कारण होने वाली जाम को नजरअंदाज कर लोग खरीदारी करते रहते हैं तो इन गाडि़यों के मालिकों को कोसने वालों की भी कमी नहीं रहती. — सब्जी मंडी की जगह हो निर्धारित — मधेपुरा की मुख्य सड़क पर पुरानी कचहरी चौक ही वर्षों से सब्जी मंडी बना हुआ है. अगर सब्जी मंडी को व्यवस्थित तरीके से कहीं अन्यत्र लगाया जाये तो यहां पार्किंग के लिये पर्याप्त जगह उपलब्ध होगा. अब तक सब्जी मंडी के लिए यथोचित जगह की तलाश नहीं पायी है. वहीं मांस-मछली बाजार को व्यवस्थित किये जाने की जरूरत है. इसके कारण कॉलेज चौक, बस स्टैंड और शहर में कई अन्य जगहों पर बेतरतीब तरीके से मछली के बाजार लगाये जाते हैं. — एक साल पहले हुआ था भूमि चयन —विगत वर्ष 12 दिसंबर को नगर परिषद ने घोषणा की थी कि शहर में नगर विकास विभाग की ओर से मधेपुरा में बस स्टैंड के लिए चार करोड़, सामुदायिक भवन के लिए 28 लाख रूपये तथा रैन बसेरा के लिए 25 लाख रूपये आवंटित किया गया है. शहर में चार करोड़ की लागत से जल्दी ही एक नया बस स्टैंड बनाया जायेगा. सामुदायिक भवन एवं गरीबों के आश्रय के लिए रैन बसेरा का निर्माण भी कराने की घोषणा की गयी थी. यहीं नहीं किसी विकसित शहर की तर्ज पर यहां सीवर सिस्टम भी विकसित करने की बात थी. लेकिन इन योजनाओं का सरजमीं पर अता पता नहीं हैं. — वर्जन — फोटो- 13कैप्शन- मुख्य पार्षद शहर को सुंदर व व्यवस्थित बनाने के लिए नगर परिषद कृतसंकल्पित है. शहर को स्वच्छ बनाने के लिए डोर टू डोर सफाई कार्यक्रम को शुरू किया जा रहा है. विभिन्न चौक चौराहों पर एलईडी लाइट लगाया जायेगा. शहर में अतिक्रमण के कारण लगने वाली जाम को लेकर नगर परिषद चिंतित है. वरीय पदाधिकारियों से वार्ता हुई है, दुकानदारों को नया जगह देकर उसे वहां से विस्थापित किया जायेगा. नियमानुसार शहर में न्यू बिल्डिंग या डिपार्टमेंटल स्टोर का नक्शा पार्किंग स्थल देख कर ही पास किया जाता है. इसके अलावा शहर स्थित नगर परिषद के 108 दुकानों के एग्रीमेंट में यह स्पष्ट है कि दुकान के आगे ठेला या छोटी दुकानें नहीं लगेगी. बस स्टैंड के लिए जगह की मापी हो गयी है. एक सप्ताह के अंदर बस स्टैंड का निर्माण कार्य प्रारंभ हो जायेगा. बस स्टैंड की जमीन पर बसे गरीब लोगों को सरकार द्वारा चलाये जा रहे योजना के तहत सभी गरीबों को घर दिया जायेगा और तत्काल जगह देख कर उसे दूसरे जगह पर व्यवस्थित किया जायेगा. भूमि विवाद के कारण सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य रूक गया था. फिर से वार्ड नंबर सात में जगह चिहिन्त कर यथाशीघ्र निर्माण कार्य शुरू होगा. शहर में दो जगहों पर रैन बसेरा बनना है. इसके लिए स्थल का चयन कर जल्द ही निर्माण कार्य प्रारंभ होगा. इसके अलावा शहर को सुंदर व व्यवस्थित बनाने के लिए कई योजनाओं को मूर्त रूप दिया जा रहा है. – विशाल कुमार बबलू, मुख्य पार्षद, नगर परिषद मधेपुरा —- शहर में एक ही बस स्टैंड रहने के कारण यात्री वाहन यत्र तत्र खड़ी हो जाती है, जिससे जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है. इसके निदान के लिए बस स्टैंड निर्माण की दिशा में युद्ध स्तर पर कार्य को अंजाम दिया जा रहा है. शहर से अतिक्रमण खाली कराने के लिए अमीन की नियुक्ति की जा रही है. अमीन के मापी रिपोर्ट के आधार पर सरकारी जमीन से अतिक्रमण खाली कराया जायेगा. शहर में मांस व मछली विक्रेताओं को व्यवस्थित करने के लिए नियमानुसार उन्हें लाइसेंस निर्गत किया जायेगा. इसके बाद शहर में निर्धारित जगह पर सभी नियमों का पालन कर लाइसेंस धारी विक्रेता मांस बेचेंगे. शहर में जलापूर्ति योजना के तहत डीपीआर तैयार कर विभाग को भेज दिया गया है. बिहार जल निगम परिषद इस पर समीक्षा करेगी. इसके बाद शहरवासियों को जलापूर्ति योजना का लाभ मिलेगा.- कार्यपालक पदाधिकारी, नगर परिषद, मधेपुरा