जन हैं तो सुविधाओं की दरकार तो रहेगी

जन हैं तो सुविधाओं की दरकार तो रहेगी फोटो – मधेपुरा 12 कैप्शन – इंटर स्तरीय शिव नंदन प्रसाद विद्यालय फोटो – मधेपुरा 13 कैप्शन – रेलवे स्टेशन मधेपुरा फोटो – मधेपुरा 14 कैप्शन – सतीश चंद्र घोष रोड मुख्य कैप्शन —- शहर में एक भी मूत्रालय का न होना व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 15, 2015 6:36 PM

जन हैं तो सुविधाओं की दरकार तो रहेगी फोटो – मधेपुरा 12 कैप्शन – इंटर स्तरीय शिव नंदन प्रसाद विद्यालय फोटो – मधेपुरा 13 कैप्शन – रेलवे स्टेशन मधेपुरा फोटो – मधेपुरा 14 कैप्शन – सतीश चंद्र घोष रोड मुख्य कैप्शन —- शहर में एक भी मूत्रालय का न होना व्यवस्था पर एक बड़ा सवाल है. मधेपुरा शहर उत्तर दिशा में पथराहा और दक्षिण- पश्चिम में तुनियाही और सहरसा गुमटी पुल तक करीब चार किलोमीटर से भी अधिक भू भाग में फैला है. शहर की आबादी 15 लाख 26 हजार 648 है. इसमें पुरुष की संख्या करीब आठ लाख है और महिलाओं की संख्या सात लाख 29 हजार से अधिक है. इतने लोगों को किसी न किसी काम से रोजाना बाजार आना पड़ता है. इसके अलावा जिले के विभिन्न प्रखंड से भी खरीदारी के लिए अच्छी खासी संख्या में लोग पहुंचते हैं. बाजार की चकाचौंध से मुग्ध होते हैं लेकिन जब उन्हें मूत्र त्याग करने की जरूरत पड़ती है तो उन्हें कोई जगह नहीं मिलती. पुरूष तो कोई न कोई कोना तलाश लेते हैं लेकिन महिलाएं परेशान हो जाती हैं. चिकित्सकों के अनुसार ज्यादा देर तक मूत्र त्याग करने की बजाय दबा कर रखने की स्थिति के कारण महिलाओं में कई तरह की समस्याएं जन्म ले लेती हैं. विडंबन है कि नगर परिषद और जिला प्रशासन की उदासीनता के कारण शहर में ऐसे सैकड़ों कोने दुर्गंध और संक्रामक बीमारियां बांट रहे हैं वहीं महिलाएं को बिना किसी कुसूर के गंभीर सजा मिल रही है. इस दिशा में न तो करोड़ों की पूंजी लगा कर दुकान खोलने वाले सोचते हैं और न जनकल्याणकारी सरकार के नुमाइंदे और कार्यकारी व्यवस्था.

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