मानव के मोक्ष का एक मात्र उपाय है इश्वर की भक्ति

मानव के मोक्ष का एक मात्र उपाय है इश्वर की भक्ति फोटो – मधेपुरा 09, 10कैप्शन – प्रवचन देते बाबा, उपस्थित श्रद्धालु प्रतिनिधि, चौसा दो दिवसीय संतमत सत्संग समारोह का समापन शुक्रवार को समाप्त हो गया. सत्संग समारोह में दूसरे दिन श्रद्धालुओं की काफी संख्या में उमड़े संतमत सत्संग के प्रमुख बाबा हरिद्वार से आये […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 18, 2015 6:35 PM

मानव के मोक्ष का एक मात्र उपाय है इश्वर की भक्ति फोटो – मधेपुरा 09, 10कैप्शन – प्रवचन देते बाबा, उपस्थित श्रद्धालु प्रतिनिधि, चौसा दो दिवसीय संतमत सत्संग समारोह का समापन शुक्रवार को समाप्त हो गया. सत्संग समारोह में दूसरे दिन श्रद्धालुओं की काफी संख्या में उमड़े संतमत सत्संग के प्रमुख बाबा हरिद्वार से आये पूज्यपाद स्वामी सत्यनंद जी महाराज ने प्रवचन में कहा कि इश्वर की भक्ति मनुष्य के मोक्ष का एक मात्र उपाय है. आज जीवन शैली के कारण दुखी है. सत्संग ही एक ऐसा मार्ग है जो मानव को इस दल दल से निकाल कर सुधार सकता है. मनुष्य तन बहुत दुलर्भता से मिलती है. इश्वर की भक्ति बिना जीवन बेकार है. मनुष्य मुलत: दो कर्म करता है पाप और पुण्य. हमेशा मनुष्य दो कर्म करता है. पाप और पुण्य मनुष्य को हमेशा पुण्य कार्य ही करना चाहिए. प्रवचन के दौरान शिवानंद बाबा ने कहा कि मुष्य का शरीर पांच तत्वों से बना है. जिन्हें आत्म ज्ञान का बोध हो जाता है उसे संसार और शरीर दोनों का ज्ञान प्राप्त हो जाता है. मौके पर मुक्तानंद बाबा ने कहा कि तीर तलवार का घाव तो भर जता है, लेकिन वचन बोली के घाव कभी नहीं भरते. इसलिए प्रत्येक मनुष्य को अपने वाणी पर संयम बरतनी चाहिए. मौके पर कई संतों ने अपने वाणी से लोगों को उपदेश दिये. मंच संचालन प्रो प्रमोद भगत ने किया. वहीं भक्त जनों के लिए भोजन की भी व्यवस्था की गयी थी. मौके पर संयोजक अनिरुद्ध बाबा व सभी कार्यकर्ता मौजूद थे.

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