कृषि मेले में औषधीय हलवा रहा चर्चा का विषय

कृषि मेले में औषधीय हलवा रहा चर्चा का विषय फोटो – मधेपुरा 13कैप्शन – कृषि मेले में स्थित औषधीय उत्पादों के स्टॉल पर उमड़ी भीड़ – बीएन मंडल स्टेडियम में कृषि यांत्रिकीकरण सह उपादान मेला का समापन – औषधीय उत्पादों के स्टॉल पर उमड़ी लोगों की भीड़ प्रतिनिधि.मधेपुरा.जिला मुख्यालय स्थित बीएन मंडल स्टेडियम में आयोजित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 19, 2015 6:52 PM

कृषि मेले में औषधीय हलवा रहा चर्चा का विषय फोटो – मधेपुरा 13कैप्शन – कृषि मेले में स्थित औषधीय उत्पादों के स्टॉल पर उमड़ी भीड़ – बीएन मंडल स्टेडियम में कृषि यांत्रिकीकरण सह उपादान मेला का समापन – औषधीय उत्पादों के स्टॉल पर उमड़ी लोगों की भीड़ प्रतिनिधि.मधेपुरा.जिला मुख्यालय स्थित बीएन मंडल स्टेडियम में आयोजित दो दिवसीय कृषि मेला का समापन हो गया. अंतिम दिन जिला कृषि पदाधिकारी यदुनंदन प्रसाद यादव, परियोजना निदेशक राजन बालन, जिला उद्यान पदाधिकारी अजय कुमार, जिला गव्य विकास पदाधिकारी, डा सुनील कुमार सिंह आदि किसानों को विभाग संबंधित जानकारी देते रहे. कृषि यांत्रिकीकरण सह उपादान मेला में लगाये गये औषधीय पौधों के स्टॉल पर भीड़ उमड़ी रही. लोग स्टॉल पर लगाये गये बैनर को पढ़ कर स्टॉल की ओर खींचे चले जाते थे. सतावर का हलवा लोगों के बीच चर्चा का विषय बना रहा. आयुर्वेद विशेषज्ञ एवं प्रगतिशील किसान शंभू शरण भारतीय ने लोगों को इस हलवे और अन्य औषधीय पौधों की विशेषताएं बताते रहे. रजनी बभनगामा में औषधीय पौधों के किसान नंदन कुमार अपने खेतों में उगाये गये स्टीविया और कालमेघ सहित अन्य औषधि का चूर्ण लेकर स्टॉल पर उपलब्ध कराया़ लोगों में कौतूहल रहा कि हलवा खा कर भी रोग दूर हो सकता है! इसके बारे में शंभू शरण भारतीय बताया कि सतावर दुग्धवर्द्घक तो है ही साथ ही बाबासीर, हृदय रोग, बलवर्द्घक, श्वेत प्रदर, पथरी नाशक, आंतरिक घाव एवं रक्त स्राव में अत्यधिक लाभकारी है़ वहीं स्टीविया मधुमेह के साथ असमय बुढ़ापा रोकने में कारगर है़ वजन कम करने में स्टीविया काफी कारगर है़ कालमेघ रक्तशोधक होने के साथ बेमियादी बुखार दूर करता है़ स्टॉल पर सतावर के पौधे और लेमनग्रास के पौधों की बिक्री भी की जा रही थी़ लोग इनकी खूबियों को समझ कर अपने घर में लगाने के लिए ले जा रहे थे़ शंभू शरण ने बताया कि आयुर्वेदिक औषधियों को अपना कर नियमित दिनचर्या में शामिल करें तो स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है़ स्टॉल पर औषधीय पौधों के लाभ को लेकर चर्चा का आयोजन भी किया गया. जिसमें नागेश्वर जी, आद्यानंद जी, परमेश्वरी यादव सहित अन्य बुद्धिजीवियों ने भाग लिया

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