टपुआ सड़क अधरी, टापू बना चौसा

टपुआ सड़क अधरी, टापू बना चौसा फोटो – मधेपुरा 08 से 11, 12, कैप्शन – ग्रामीण की तस्वीर, 12- जर्जर सड़क, 13 – शिलान्यास का बोर्ड -समस्या . सड़क नहीं बनने से लोगों को हो रही है भारी परेशानी-दो करोड़ 48 लाख की लागत से बननी थी चौसा से टपुआ तक की सड़कप्रतिनिधि, चौसा लाखों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 21, 2015 6:56 PM

टपुआ सड़क अधरी, टापू बना चौसा फोटो – मधेपुरा 08 से 11, 12, कैप्शन – ग्रामीण की तस्वीर, 12- जर्जर सड़क, 13 – शिलान्यास का बोर्ड -समस्या . सड़क नहीं बनने से लोगों को हो रही है भारी परेशानी-दो करोड़ 48 लाख की लागत से बननी थी चौसा से टपुआ तक की सड़कप्रतिनिधि, चौसा लाखों की आबादी से जोड़ने वाली चौसा से टपुआ तक जाने वाली सड़क अब तक पूरी नहीं हो पायी है. इसके कारण लोगों को काफी परेशानी हो रही है. पैदल चलना लोगों का दूभर हो गया है. सड़क दोनों तरफ बसे लोगों के घर वालों का डर बना रहता है कि कहीं वाहनों के टायर से मेटल फिसलकर दरवाजे पर बैठे लोगों को लग न जाय. एक साल में बननी थी सड़क इस सड़क को दो करोड़ 48 लाख की लागत से बनाया जाना था. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत इस सड़क निर्माण की आधारशिला वर्ष 2013 में 08 मई को पूर्व मंत्री नरेंद्र नारायण ने रखी थी. कार्य पूरा करने की अवधि एक साल थी. कहते हैं ग्रामीण स्थानीय ग्रामीण गुलशन कुमार ने बताया कि यहां आये दिन दुर्घटनाएं होती रहती है. साथ ही कई लोग बुरी तरह घायल भी हो चुके है. ढाई साल बीत जाने के बाद भी बारह महीने का काम पूरा नहीं किया जा सका है. पंकज कुमार राज बताते हैं कि गांव में पक्की पीसीसी ढलाई की गयी तो गुणवत्ता ठीक नहीं है. जगह ढलाई सड़क टूट टूट कर अलग हो गये. पीसीसी ढलाई के किनारे मिट्टी के अभाव में ढलाई के किनारे अंदर से मेटल बाहर निकल रहे है. परिणाम स्वरूप सड़क कमजोर होती जा रही है. विक्रम चौधरी बताते हैं इस सड़क से हो कर प्रशासनिक जनप्रतिनिधि बार – बार आया जाया करते हैं. वाहन चालकों के लिए यह मार्ग परेशानियों का सबब बनता जा रहा है. ग्रामीण अरूण रजक बताते हैं कि इसके कारण इस रास्ते पर चलने वाले वाहनों की आवागमन में परेशानी झेलनी पड़ रही है. जर्जर के चलते आये दिन इस मार्ग पर दुर्घटना होती रहती है. वहीं ग्रामीण बेचन मंडल कहते हैं कि टपुआ टोला से नरघुटोसा होते हुए मुख्यालय चौसा तक छोटे – बड़े वाहनों की सबसे अधिक वाहन आवाजाही इसी मार्ग से होती है. ग्रामीणों ने कहा कि अगर इस मार्ग को जल्द नहीं बनाया गया तो लोग आंदोलन का रास्ता अख्तियार करेंगे. — वर्जन —संबंधित पदाधिकारियों से इस बारे में बात चीत की जा रही है. मिथिलेश बिहारी वर्मा, बीडीओ, चौसा, मधेपुरा

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