बाबा विशु राउत मंदिर में बिजली की नहीं है व्यवस्था

बाबा विशु राउत मंदिर में बिजली की नहीं है व्यवस्था फोटो – मधेपुरा 11कैप्शन – बाबा विशु राउत मंदिर के पास गिरे हुए बिजली के खंभे – वर्षों पहले लगाये गये थे बिजली के खंभे 2008 की बाढ़ में हुए धराशायी- ट्रांसफॉर्मर भी लगाया गया था, लेकिन नहीं पहुंची यहां बिजली – ग्रामीणों सहित मंदिर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2015 6:45 PM

बाबा विशु राउत मंदिर में बिजली की नहीं है व्यवस्था फोटो – मधेपुरा 11कैप्शन – बाबा विशु राउत मंदिर के पास गिरे हुए बिजली के खंभे – वर्षों पहले लगाये गये थे बिजली के खंभे 2008 की बाढ़ में हुए धराशायी- ट्रांसफॉर्मर भी लगाया गया था, लेकिन नहीं पहुंची यहां बिजली – ग्रामीणों सहित मंदिर प्रशासन ने जताया दुख, कहा-हो रही है उपेक्षा प्रतिनिधि, चौसा जिला का प्रसिद्ध बाबा विशु राउत मंदिर में अब तक बिजली नहीं पहुंच सकने से स्थानीय लोगों में रोष है. गौरतलब है कि मधेपुरा जिला के चौसा प्रखंड मुख्यालय से दक्षिण लौआलगान पचरासी में पशुपालकों के देवता बाबा विशुराउत की समाधि पर श्रद्धालु अपनी मनोकामनाएं पूरी होने पर दूध चढ़ाते हैं. प्रत्येक वर्ष 14, 15 एव 16 अपैल को यहां तीन दिवसीय विशाल मेला का आयोजन किया जाता है. — लगाये गये थे खंभे खंभे नीचे गिरे पड़े हैं. तार जमींदोज होते जा रहे हैं. लेकिन विभागीय अधिकारी इस और साफ ध्यान नहीं देते हैं. बाबा विशु राउत स्थान पर लगने वाले पचरासी मेले में मंत्री से लेकर जनप्रतिनिधि एवं उच्चाधिकारी पहंुचते रहे हैं. इसके बावजूद इस मंदिर का यह हाल है. — स्थानीय लोगों का है कहना — लोगों का कहना है वर्षों पहले बिजली के लिए खंभे एवं वायर लगाये गये थे. लेकिन 2008 में आये प्रलयंकारी बाढ़ में ध्वस्त हो गया. स्थानीय शिव पूजन सिंह, रिंकू यादव, विलास मंडल, उमेश मंडल, छोटे लाल शर्मा, सदानंद यादव आदि ग्रामीणों ने बताया कि इतने प्रसिद्ध मंदिर में बिजली नहीं होना दुखद है. लोगों को रात्रि के समय काफी परेशानी होती है. बाबा विशुराउत मंदिर के रखवाली करने वाला सिपाही झोटी चौकीदार बताते हैं कि इस दियरा इलाके में बिजली नहीं होना दुर्भाग्य है. रात को अंधेरे के कारण पहरा काफी मुश्किल है. मेले के दौरान जनरेटर का ही सहारा है. — कहते हैं मंदिर अध्यक्ष — बाबा विशु राउत मंदिर समिति के अध्यक्ष कैलाश प्रसाद ने कहा कि इस बाबत कई बार अधिकारी को कहा गया है लेकिन कुछ भी नहीं होता है. उन्होंने कहा कि 2013-14 में बिजली के खंभे एवं तार लगाये गये थे. लेकिन ट्रांसफॉर्मर में लाइन नहीं आ सका.

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