इंसाफ की आस में पहंुची संगीता एंव दीपिका

इंसाफ की आस में पहंुची संगीता एंव दीपिका फोटो – मधेपुरा 06 एवं 07 कैप्शन – जनता दरबार में गुहार लगाने अपने बच्चों के साथ पहंची संगीता देवी और अपने बहनों के साथ दीपिका – संगीता ने खरीदी गयी जमीन पर दबंगों द्वारा घर तोड़ कब्जा करने की बात कही- अनाथ दीपिका ने चाचा पर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 31, 2015 7:14 PM

इंसाफ की आस में पहंुची संगीता एंव दीपिका फोटो – मधेपुरा 06 एवं 07 कैप्शन – जनता दरबार में गुहार लगाने अपने बच्चों के साथ पहंची संगीता देवी और अपने बहनों के साथ दीपिका – संगीता ने खरीदी गयी जमीन पर दबंगों द्वारा घर तोड़ कब्जा करने की बात कही- अनाथ दीपिका ने चाचा पर उसके हिस्से की जमीन से बेदखल करने से बचाने की गुहार लगायी प्रतिनिधिमधेपुरा.नगर परिषद क्षेत्र निवासी रवींद्र राय की पत्नी संगीता देवी ने केवाला द्वारा खरीदी गयी जमीन पर दबंगों द्वारा कब्जा करने की शिकायत कर अविलंब कार्रवाई की गुहार लगायी. संगीता का कहना है कि उसने अपने मजदूर पति के साथ मेहनत मजदूरी कर वार्ड संख्या पांच में सात धुर जमीन खरीद कर साधारण मकान बना कर बच्चों के साथ रह रही है. इस जमीन की होल्डिंग नगर परिषद में कायम है. इस बीच पति के मजदूरी के लिए बाहर जाने के बाद वह अपने मायके गयी. उसकी अनुपस्थिति का लाभ उठा कर मुरलीगंज के रघुनाथपुर के कृष्ण देव कुमार एवं उनकी पत्नी मंजुला देवी ने अपराधकर्मियों की मदद से उसके घर को तोड़ कर वहां पक्का मकान बनाने की सामग्री एकत्र कर दिया है. इस मामले में संगीता ने मुख्यमंत्री समेत डीजीपी, आइजी, डीआइजी, डीएम, एसपी तथा सदर थानाध्यक्ष को भी आवेदन दे कर अविलंब खुद को उजड़ने से बचाने की गुहार लगायी है. वहीं दादा द्वारा खरीदी गयी जमीन से माता पिता के मर जाने के बाद चाचा द्वारा जबरन बेदखल करने का आरोप लगाते हुए दीपिका समेत उसकी छह बहनों ने डीएम के सामने न्याय की गुहार लगायी. दिपीका का कहना है कि उनके दादा रामखेलावन शर्मा के एक कट्ठा तीन धुर भूमि में से आधा 11 धुर 10 धुरकी उसके परिवार तथा आधा उसके चाचा कुशेश्वर शर्मा को मिला. उसके चाचा ने अपने हिस्से की भूमि में से पांच धुर जमीन बेच दी है और उनलोगों को उनकी हिस्से की जमीन से बेदखल कर भगाने का प्रयास कर रहे हैं. इस मामले में डीएम ने सदर एसडीएम के पास आवेदन अग्रसारित कर अविलंब कार्रवाई का आदेश दिया है. इसके अलावा जनता दरबार में अन्य कई मामलों की सुनवाई की गयी.

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