दियारा में अपराधियों से निबटना पुलिस की चुनौती

दियारा में अपराधियों से निबटना पुलिस की चुनौती फोटो – मधेपुरा 11कैप्शन – फ्लैग मार्च के दौरान पुलिस प्रशासन — दियारा इलाके में बढ़ रहे अपराध को लेकर पुलिस ने किया फ्लैग मार्च — — प्रतिनिधि, चौसा दियारा ईलाके में बढ़ रहे अपराध व लगी फसल मक्का और कलाई के खेती कर रहे किसानों को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 3, 2016 7:25 PM

दियारा में अपराधियों से निबटना पुलिस की चुनौती फोटो – मधेपुरा 11कैप्शन – फ्लैग मार्च के दौरान पुलिस प्रशासन — दियारा इलाके में बढ़ रहे अपराध को लेकर पुलिस ने किया फ्लैग मार्च — — प्रतिनिधि, चौसा दियारा ईलाके में बढ़ रहे अपराध व लगी फसल मक्का और कलाई के खेती कर रहे किसानों को अपराध से भय मुक्त कराने के लिए रविवार को उदाकिशुनगंज एसडीपीओ रहमत अली के नेतृत्व दियारा इलाके क में फ्लेग मार्च किया. एसडीपीओ ने कहा कि दियरा इलाका में बढ़ते अपराध को देखते हुये दो जिले पुलिस बल ने दियारा ईलाके में फ्लेग मार्च किया गया. फ्लेग मार्च चौसा बाबा बिशुराउत मंदिर के पचरासी बहियार से होते हुये महेश्वा बांध, मोरसंडा धार, फुलौत ओपी तक भ्रमण किया गया. भागलपुर जिले के ढ़ोलबज्जा पुलिस, कदवा पुलिस, चौसा पुलिस, फुलौत पुलिस के जवानों ने भ्रमण में हिस्सा लिया. ज्ञात हो इस इलाके में पुलिस का भ्रमण पहली बार ही हुआ है. पुलिस ने दियारा ईलाका में भ्रमण को लेकर जहां एक और सैकड़ों एकड़ में फैली मक्का की फसल एवं दलहन कलाई की फसल के किसानों को पुलिस द्वारा सहानुभूति दी गयी और सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की बात कही गयी. वहीं दूसरी ओर पुलिस के फ्लैग मार्च से अपराधियों में हड़कंप मच गया है. वहीं लोगों में आत्म विश्वास जगा है. हाल के दिनों में चौसा में बेखौप अपराधियों ने एक किराना व्यवसायी को चौसा थाना से महज मात्र 100 मीटर दूरी पर आधा दर्जन अपराधियों ने हथियार दिखाकर लूटपाट घटना को अंजाम दिया था. वहीं बीते वर्ष 2015 में बैंक प्रबंधक की हत्या से लेकर कई वारदात को अंजाम दिया गया. उक्त मामले में पुलिस सुरांग भी निकालने में असफल रही. पुलिस के लिए चुनौती बना दियारा का बेखौप अपराधियों गरजते बंदूक के साथ -साथ पुलिस को अपराध से निबटने के लिए खड़ी चुनौती बनी हुई है. ज्ञात हो इस ईलाके में बढ़ते अपराध को लेकर पुलिस बलो की कमी खल रही है. हालांकि कुछ दिन पूर्व चौसा थाना में आरक्षी अधीक्षक कुमार आशीष के नेतृत्व में क्राइम मिटींग भी हुई थी. फिर भी अपराध पर नियंत्रण में किसी प्रकार कमी नहीं आयी. हालांकि फ्लैग मार्च के लोगों में सुरक्षा का मंजर जरूर दिखाई दी है. लेकिन अपराध पर नियंत्रण पाना पुलिस के लिए कड़ी चुनौती है.

Next Article

Exit mobile version