बिहारीगंज-ग्वालपाड़ा सीमा पर गाड़ी पलटने से दो की मौत
बिहारीगंज-ग्वालपाड़ा सीमा पर गाड़ी पलटने से दो की मौत फोटो – मधेपुरा – 25कैप्शन – ग्वालपाड़ा स्थित ललिया गांव में विलाप करते परिजन – ग्वालपाड़ा -बिहारीगंज सीमा के पास स्थित सरौनी के पास बने डायवर्जन के पास हुआ हादसा – हादसे में एक बच्ची व एक महिला की हुई मौत, बेटी की शादी करने जा […]
बिहारीगंज-ग्वालपाड़ा सीमा पर गाड़ी पलटने से दो की मौत फोटो – मधेपुरा – 25कैप्शन – ग्वालपाड़ा स्थित ललिया गांव में विलाप करते परिजन – ग्वालपाड़ा -बिहारीगंज सीमा के पास स्थित सरौनी के पास बने डायवर्जन के पास हुआ हादसा – हादसे में एक बच्ची व एक महिला की हुई मौत, बेटी की शादी करने जा रहा था परिवार प्रतिनिधि, बिहारीगंज (मधेपुरा) ग्वालपाड़ा से लक्ष्मीपुर जाने वाली सड़क पर बिहारीगंज-ग्वालपाड़ा की सीमा पर सरौनी के पास स्थित डायवर्जन पर मंगलवार की देर रात एक पिकअप वैन के पलट गयी. इसमें एक बच्ची अभिलाषा (3) व एक महिला दबाना देवी (62) की मौत हो गयी. हालांकि, पिकअप वैन में सवार अन्य लोग सही सलामत हैं. हादसे की सूचना मिलते ही बिहारीगंज के थानाध्यक्ष राजेश कुमार दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस ने स्थानीय लोगों के सहयोग से गाड़ी में फंसे कुछ लोगों को बाहर भी निकाला. वहीं दोनों शव को थानाध्यक्ष ने पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल मधेपुरा भेज दिया. इसके बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए ग्वालपाड़ा स्थित ललिया गांव भेज दिया गया. जानकारी के अनुसार ग्वालपाड़ा प्रखंड क्षेत्र के ललिया गांव निवासी हाकिम मंडल की पुत्री पूजा कुमारी की शादी बिहारीगंज स्थित मंदिर बोरनेश्वर धाम में किया जाना था. मंगलवार देर रात परिवार के सभी सदस्य व रिश्तेदार घर से बोरनेश्वर धाम के लिए एक सवारी गाड़ी से निकले. इस गाड़ी में कुल 23 व्यक्ति सवार थे. बढ़ते कुहासे को देखते हुए चालक धीरे-धीरे गाड़ी चला रहा था. इस दौरान ग्वालपाड़ा से लक्ष्मीपुर जाने वाली सड़क पर सरौनी के पास ठूठा मोड़ के निकट डायवर्जन के पास गाड़ी अनियंत्रित हो कर पलट गयी. इससे अभिलाषा व महिला दबाना देवी की मौत हो गयी. ज्ञात हो कि 2008 में आये प्रयंकारी बाढ़ में इस सड़क पर बनी पुलिया ध्वस्त हो गयी थी. इसके बाद लोहे का पुल बनाया गया था. लेकिन, यह पुल भी बेकार हो गया है. इसके बाद अन्य डायवर्जन बना कर आवागमन जारी था. इससे दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है. उधर, ललिया गांव में विवाह के घर में गम का माहौल है.