स्वतंत्रता सेनानी के निधन पर शोक
स्वतंत्रता सेनानी के निधन पर शोक फोटो – मधेपुरा 12कैप्शन – श्रद्धांजलि देने एकत्रित हुए लोग प्रतिनिधि मुरलीगंज, मधेपुरा़ प्रखंड के हरिपुरकला निवासी स्वतंत्रता सेनानी भुवनेश्वर प्रसाद यादव का निधन गुरूवार को सुबह साढ़े चार बजे हो गया. भुवनेश्वर बाबू का जन्म 31 दिसंबर 1919 को हरिपुर कला मे हुआ. उन्होने शिक्षक रहने के बावजूद […]
स्वतंत्रता सेनानी के निधन पर शोक फोटो – मधेपुरा 12कैप्शन – श्रद्धांजलि देने एकत्रित हुए लोग प्रतिनिधि मुरलीगंज, मधेपुरा़ प्रखंड के हरिपुरकला निवासी स्वतंत्रता सेनानी भुवनेश्वर प्रसाद यादव का निधन गुरूवार को सुबह साढ़े चार बजे हो गया. भुवनेश्वर बाबू का जन्म 31 दिसंबर 1919 को हरिपुर कला मे हुआ. उन्होने शिक्षक रहने के बावजूद अंग्रेजो के खिलाफ जारी आंदोलन में भाग लिया था. बताया गया कि भुवनेश्वर बाबू 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन मे कांग्रेस कमेटी के साथ मिलकर अंगे्रजो को भारत से भगाने मे अहम् योगदान दिया था. इस दौरान अंगे्रजों के द्वारा आंदोलन मे शामिल कई नेताओं को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया था. उन्होंने स्थानीय नेता शिवनंदन प्रसाद मंडल, कमलेश्वरी प्रसाद मंडल एवं भुपेंद्र नारायण मंडल ऐसे कई नेताओं के साथ अंग्रेजों के खिलाफ आवाज उठाने का काम किया था. भुवनेश्वर प्रसाद यादव के निधन पर प्रखंड विकास पदाधिकारी अनुरंजन कुमार, अंचल अधिकारी जय प्रकाश स्वर्णकार, थानाध्यक्ष राजेश कुमार एवं शिक्षक संघ राज्य कार्यकारिणी सदस्य विश्वजीत कुमार पिंटू ने पुष्प अर्पित कर आत्मा के शांति हेतु कामना की. मौके पर विश्वजीत कुमार पिंटू ने कहा कि भुवनेश्वर बाबू ने जो देश की सेवा मे अपना जीवन लगाय, उसे कभी भुला नहीं जायेगा. वे उन्मुखी विचारधारा के व्यक्ति थे. जानकारी के अनुसार भुवनेश्वर बाबू को एक पुत्र सुरेश यादव और दो पुत्री थे. पुत्र सुरेश निधन कुछ वर्ष पहले हो गया. इस कारण भूवनेश्वर बाबू को मुखाग्नि उनके पोते राजीव कुमार के द्वारा दिया गया. श्रीबाबू के निधन से ग्रामीणो मे काफी शोक है.