श्रुतिकांत
सहरसा/मधेपुरा: बिहार के मधेपुरा सदर थाना क्षेत्र के दुधेला निवासी राजकुमार पासवान को पत्नी के साथ बुधवार को हो रही छेड़खानी का विरोध करने की कीमत उन्हें अपनी जान देकर चुकानी पड़ी. इस पूरे मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि छेड़खानी रक्षक माने जाने वाले पुलिस वाले ने हीअन्य दूसरे लोगों के साथ की और उन्होंने ही विरोध करने पर पति की इतनी बेरहमी से पिटाई कर दी कि आखिरकार इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी.इस जघन्य कांड में तीन पुलिस वाले सहित कुल दस लोग शामिल थे.
परिजन बुरी तरह से जख्मी राजकुमार पासवान का इलाज सहरसा के एक निजी अस्पताल में करवा रहे थे और यहीं शुक्रवार की देर रात हालत नाजुक हो जाने के बाद उनकी मौत हो गयी. इसके बाद आज सुबह शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
फोटो :राजकुमार पासवान का शव.
राजकुमार पासवान की मौत के बाद उनकी पत्नी सुनीता देवी ने सहरसा पुलिस को एक लिखित बयान दिया है, जिसमें पूरी घटना का विस्तार से जिक्र किया है.सहरसा पुलिस ने उनके बयान को जांच के लिए मधेपुरा पुलिस को भेज दिया है.प्रभात खबर डॉट कॉम ने उनके लिखित बयान की कॉपी इस खबर के साथ संलग्न की है, जिससे पढ़ा जा सकता है. अपने बयान में सुनीता देवी ने बतायाकि वह अपने पति के साथ सिंघेश्वर से खरीदारी कर घर जा रही थी. घर से कुछ दूर पहले पुल पर पटना जिला बल में पदस्थापित नरेश पासवान, दयानंद पासवान, चौकीदार तारिणी पासवान सहित अन्य मेरे साथ छेड़खानी करने लगे. विरोध करने पर पति के साथ मारपीट करउन्हें जख्मी कर दिया.बादमेंराजकुमारपासवान को सदर अस्पताल, मधेपुरा मेंइलाजके लिए भरती कराया गया.वहांसेउन्हें रेफेर कर दिया गयाऔर इलाज के दौरान हीउनकीमौत होगयी. शव का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया गया है.
फोटो : राजकुमार पासवान की पत्नी का पुलिस काे दिया लिखित बयान.