चिंताजनक . तीन मार्च से ही जारी है स्वर्णकार व्यवसायियों की हड़ताल
कारीगरों के सामने जीविका का संकट विगत एक महीने से जारी स्वर्ण व्यवसायियों की हड़ताल एक तरफ टूटने का नाम नहीं ले रही. वहीं दूसरी तरफ स्वर्ण आभूषण बनाने वाले कारीगर भुखमरी के कगार पर पहुंच गये हैं. हाल यह है कि अब ये कारीगर घर वापसी का मन बना रहे हैं. ज्यादातर कारीगर बंगाल […]
कारीगरों के सामने जीविका का संकट
विगत एक महीने से जारी स्वर्ण व्यवसायियों की हड़ताल एक तरफ टूटने का नाम नहीं ले रही. वहीं दूसरी तरफ स्वर्ण आभूषण बनाने वाले कारीगर भुखमरी के कगार पर पहुंच गये हैं. हाल यह है कि अब ये कारीगर घर वापसी का मन बना रहे हैं. ज्यादातर कारीगर बंगाल उड़ीसा आदि राज्यों से हैं. रविवार को भी जिला मुख्यालय सहित पूरे जिले में ज्वेलर्स की दुकानें बंद रही. स्वर्ण व्यवसायी मेन रोड स्थित धरना स्थल पर धरना पर डटे रहे.
मधेपुरा : केंद्रीय बजट में सोने का नॉन ब्रांडेड जेवरात उत्पाद शुल्क बढ़ाने तथा दो लाख रूपये से अधिक मूल्य का सोना खरीदने पर टीडीएस लगाने पर स्वर्ण व्यसायियों का विरोध जारी है. व्यवसायियों का कहना है कि केंद्रीय बजट में सोने के नॉन ब्रांडेड जेवरातों पर बढाई गयी उत्पाद शुल्क की दरों को पास लिया जाना चाहिए. जिला स्वर्णकार संघ के अध्यक्ष इंद्रदेव स्वर्णकार ने कहा कि जिले में बाहर के राज्यों से सैकड़ों कारीगर यहां अपनी रोजी रोटी कमाते है तथा उनके परिवार का भी गुजारा चलता है. सरकार इस मसले पर संवेदनशीलता नहीं दिखा रही है.
यह दुखद है. यही हाल रहा तो कारीगर वापस अपने घर लौट कर किसी अन्य आजीविका अपनाने के लिए मजबूर होंगे. हड़ताल के बारे में उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले हड़ताल समाप्ति की अफवाह फैलाई गयी थी. लेकिन यह सच नहीं था. मुबई में कुछ व्यवसायियों के गुट ने हड़ताल समाप्त की थी. लेकिन स्वर्णकार व्यवसायी मांगे पूरी होने तक अपने आंदोलन हटने वाले नहीं है. उन्होंने कहा कि दो लाख रूपये से अधक मूल्य का सोना या जेवरात खरीदने पर लागू किये गये टीडीएस को भी वापस लिया जाना चाहिए. जेवरात के व्यापारियों को करों में राहत देने की केंद्र से अपील कर रहे व्यापारियों का कहना है
कि केंद्रीय बजट में लगाये गये करों के खिलाफ ज्वैलर्स की हड़ताल विगत एक सप्ताह से भी अधिक दिनों से चल रही है. इसके कारण व्यापारियों के साथ साथ राज्य और देश को राजस्व का नुकसान भी हो रहा है. ज्वैलरी व्यवसाय मैन्युफेक्चरिंग क्षेत्र में सर्वाधिक रोजगार देने वाला उद्योग है. इसमें करीब चार लाख करीगर कार्यरत है. हड़ताल के कारण लाखों कुशल कारीगर बेकार हो गये हैं. स्वर्णकार समुदाय ने कहा कि उनकी हड़ताल मांगे पूरी किये जाने तक जारी रहेगी.
बैठक कर आंदोलनकारियों ने शनिवार को सब्जी की दुकान लगाने का निर्णय लिया. वहीं यह भी तय किया गया कि जिले भर के स्वर्णकार आनेवाले दिनों में जिला मुख्यालय में जुलूस निकाल कर प्रदर्शन करेंगे. इस दौरान राजकुमार स्वर्णकार, मदनलाल सोनी, श्रवण सोनी, धीरेंद्र स्वर्णकार, दीपक स्वर्णकार, मनोज स्वर्णकार, सत्यनारायण र्स्वणकार, मनीष सोनी, संजय सोनी, मंजीत सोनी, शुभम सोनी, बलराम जी आदि मौजूद थे.
गम्हरिया में भीजारी है हड़ताल
गम्हरिया . केंद्रीय बजट में प्रस्तावित उत्पाद शुल्क तथा एक्साइज ड्यूटी नियमावली के विरोध में गम्हरिया स्वर्ण व्यवसायियों ने अपनी-अपनी दुकानें बंद कर सरकार के प्रति विरोध जता रहे है. अनिश्चितकालीन बंद का एलान पर एक जुटता से डटे हुए है. वहीं सरकार विरोधी नारे लगा रहे है. शादी विवाह के मौके पर ग्राहकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. व्यवसायियों का कहना है कि जब तक उत्पाद शुल्क वापस नहीं होगा. तब तक स्वर्णव्यवसायी एकजुट होकर अपनी – अपनी दुकान बंद रखेंगे. मौके पर अध्यक्ष नागेश्वर स्वर्णकार कोषाध्यक्ष विक्रम स्वर्णकार, सचिव संजीत स्वर्णकार, उपाध्यक्ष शंकर स्वर्णकार, मीडिया प्रभारी दीपक कुमार, सियाराम स्वर्णकार, मनोज कुमार, उदय कुमार, विजय कुमार, रंजीत कुमार, नंदू स्वर्णकार, राहुत, संतोष, रोहित, मिथलेश, शिवशंकर स्वर्णकार, मंटू, विश्वनाथ, छोटू, राजा, प्रेम सोनी आदि उपस्थित थे.
उत्पाद शुल्क बढ़ने के विरोध में ज्वैलर्स संघ का विरोध जारी
आज करेंगे भिक्षाटन
विगत तीन मार्च से जिले में स्वर्ण व्यवसायियों की लगातार चल रही हड़ताल का अब व्यापक असर दिखने लगा है. एक तरफ आंदोलन जोर पकड़ता जा रहा है. वहीं दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्रों में छोटे व्यवसायियों का जीवन यापन मुश्किल होता जा रहा है. जिला स्वर्णकार संघ के अध्यक्ष इंद्रदेव स्वर्णकार ने कहा कि मांगें पूरी होने तक वे लोग नहीं झुकेंगे. आंदोलन जारी रहेगा. आंदोलन के क्रम में सोमवार को जिला मुख्यालय में स्वर्ण व्यवसायी भिक्षाटन करेंगे. इसका उदेश्य यह जताना है कि हमारी यह मांगें इतनी संवेदनशील हैं कि इसके लिए हम भूखे रह कर भी लड़ने के लिए तैयार हैं.
रहेगी अनिश्चिकालीन हड़ताल
पुरैनी . केंद्रीय बजट में प्रस्तावित उत्पाद शुल्क व एक्साइज ड्युटी नियमावली के विरोध में पुरैनी स्वर्णकार संघ के अध्यक्ष भागीरथ पोद्दार की अगुवाई में बाजार के सभी दुकानदार अपनी- अपनी दुकान बंद कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. संघ के अध्यक्ष ने बताया की सरकार के इस प्रस्तावित बजट से छोटे से छोटे दुकानदारों को एक्साइज की मार झेलनी पड़ेगी. मौके पर कोषाध्यक्ष पंकज पोद्दार, सचिव विजय पोद्दार, उपाध्यक्ष बमबम पोद्दार, राहुल पोद्दार, बाबु साहब पोद्दार, मौसम पोद्दार, मोहन पोद्दार, हीरा पोद्दार, विकास पोद्दार, गौतम पोद्दार, मैनेजर साह, अरूण पोद्दार मौजूद थे.
लोक जीवन को संस्कारित करता है रंगमंच
सहरसा मुख्यालय : विश्व रंगमंच दिवस पर पंचवटी स्थित शशि सरोजनी रंगमंच सेवा संस्थान में जनचेतना में रंगमंच की भूमिका विषय पर व्याख्यान एवं परिचर्चा आयोजित हुई. संस्थान के सचिव वंदन कुमार वर्मा की अध्यक्षता एवं संचालन में हुए कार्यक्रम का उद्घाटन एमएचएम कॉलेज, सोनवर्षा के प्रधानाचार्य डॉ केएस ओझा ने दीप जला कर किया. विषय प्रवेश करते मुख्य वक्ता डॉ अमोल राय ने कहा कि रंगकर्म व रंगमंच मानव सभ्यता के क्रमिक विकास से जुड़ा हुआ है. वैदिक काल में भी रंगमंच एवं नाट्य विद्या को प्रमुखता मिली थी. उन्होंने कहा कि रंगमंच किसी भी सीमा अथवा परिधि से बाहर है.