कई कार्टून नशीली दवाएं जब्त

कार्रवाई : शहर में ड्रग इंस्पेक्टर ने सनराइज ट्रांसपोर्ट पर मारा छापा नशा मुक्त बिहार बनाने की दिशा में कृत संकल्पित बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इरादों को सफल बनाने के लिए सभी महकमों ने अपनी ताकत झोंक दी है. गुरुवार को डीएम मो सोहैल के निर्देश पर ड्रग इंस्पेक्टर राजीव कुमार रंजन ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 22, 2016 5:03 AM

कार्रवाई : शहर में ड्रग इंस्पेक्टर ने सनराइज ट्रांसपोर्ट पर मारा छापा

नशा मुक्त बिहार बनाने की दिशा में कृत संकल्पित बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इरादों को सफल बनाने के लिए सभी महकमों ने अपनी ताकत झोंक दी है. गुरुवार को डीएम मो सोहैल के निर्देश पर ड्रग इंस्पेक्टर राजीव कुमार रंजन ने जिला मुख्यालय की एक ट्रांसपोर्ट एजेंसी पर छापा मार कर कई कार्टून दवाएं बरामद की. शराबबंदी नियम लागू होने के बाद इन दवाओं की मांग भी बढ़ गयी है और इस्तेमाल भी कई गुणा बढ़ गया है.
मधेपुरा : डीएम मो सोहैल के निर्देश पर ड्रग इंस्पेक्टर राजीव कुमार रंजन ने जिला मुख्यालय की एक ट्रांसपोर्ट एजेंसी पर गुरुवार को छापा मार कर कई कार्टून दवाएं बरामद की. उन्होंने कहा कि प्रतिबंधित दवाओं का कारोबार दवा व्यवसायियों को हर हाल में रोकना होगा. गौरतलब है कि इन दवाओं का इस्तेमाल नशा के लिए किया जाता रहा है. शराबबंदी नियम लागू होने के बाद इन दवाओं की मांग भी बढ़ गयी है और इस्तेमाल भी कई गुणा बढ़ गया है.
ड्रग इंस्पेक्टर राजीव कुमार रंजन ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर उन्होंने छापेमारी की. जीवन सदन रोड में स्थित सनराइज ट्रांसपोर्ट एजेंसी के गोदाम से उन्होंने कोरेक्स कफ सिरप की एक सौ एमएल की एक हजार बोतल बरामद की. यह दवा चौधरी मेडिकल एजेंसी के लिए आयी थी. वहीं कॉन्सोरेक्स दवा एक सौ मिग्रा में पांच कार्टन बरामद किया गया. कार्टन में पांच बोतल दवा पायी गयी. यह दवा श्वेता मेडिकल एजेंसी के नाम से थी. इन दवाओं को बरामद कर लिया गया है.
पहले भी हुई दवा बरामद . इससे पहले इसी महीने के छह अप्रैल को जिला प्रशासन द्वारा जिला मुख्यालय स्थित सभी दवा दुकानों की छापेमारी की गयी थी. जिला पदाधिकारी मो सोहैल के आदेश पर सदर एसडीएम संजय कुमार निराला एवं औषधि निरीक्षक राजीव कुमार रंजन के नेतृत्व में चार दल का गठन किया गया था. छापामारी दल ने शहर के पूर्णिया गोला चौक स्थित रॉयल मेडिकल एजेंसी से भारी मात्रा में नशे के लिए इस्तेमाल की जाने वाली प्रचलित दस कार्टन कोरेक्स कफ सिरप बरामद किया. इसके अलावा बिहार मेडिकल, रंजन मेडिकल, दीपक मेडिकल, हिंदुस्तान मेडिकल, घनश्याम मेडिकल, शिवानी मेडिकल, सुल्तानिया मेडिकल, केसरी मेडिकल, ओम मेडिकल, चौधरी एजेंसी, महालक्ष्मी एजेंसी, काली मेडिकल एजेंसी पर भी छापेमारी कर कई प्रतिबंधित कफ सिरप को जब्त की गयी थी.
नशे के लिए नये रास्ते तलाश रहे नशेड़ी . शराब बंदी के बाद से ही नशे के आदी लोग नशा के लिए नये नये रास्ते तलाश रहे हैं. जिसमें कोरेक्स, फैंसीडिल, प्राक्सीवॉन जैसी दवाओं के सेवन से लेकर आयोडेक्स खाना, डेंटराइट जैसे एड्हेसिव सूंघना शामिल है. वहीं बालू लदे ट्रकों के माध्यम से शराब की आपूर्ति भी बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों से हो रही है.
जबकि भांग एवं गांजा का सेवन भी इन दिनों जोर पकड़ रहा है. शराब के अलावा अन्य वैकल्पिक उपाय को नशेड़ी सुरक्षित भी मानते हैं. इनकी पहचान शराब की पहचान के लिए भेजे गये ब्रीद एनालाइजर से भी बमुश्किल होती है. ऐसी स्थिति में प्रशासन को लगातार मुहिम छेड़ कर नशे के वैकल्पिक उपाय पर कठोर रोक लगाना होगा तभी नशामुक्त बिहार का सपना साकार हो सकेगा.

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