अंगरेजी में लाइसेंस दिखा ठगे लाखों
मधेपुरा : जिला मुख्यालय स्थित स्थानीय कला भवन के सामने गुरुवार को सैकड़ों युवाओं ने धरना दिया और प्रयाग कंपनी के डायरेक्टर को गिरफ्तार करने की मांग की. युवाओं का कहना था कि तीन आदमियों की कंपनी बना कर अंगरेजी में लाइसेंस दिखा कर लाखों रुपये की राशि प्रयाग कंपनी ले कर चली गयी. कंपनी […]
मधेपुरा : जिला मुख्यालय स्थित स्थानीय कला भवन के सामने गुरुवार को सैकड़ों युवाओं ने धरना दिया और प्रयाग कंपनी के डायरेक्टर को गिरफ्तार करने की मांग की. युवाओं का कहना था कि तीन आदमियों की कंपनी बना कर अंगरेजी में लाइसेंस दिखा कर लाखों रुपये की राशि प्रयाग कंपनी ले कर चली गयी. कंपनी के दलालों ने अंगरेजी प्रमाण पत्र दिखाकर पांच साल में राशि को दोगुणा करने का वादा किया और भाग गये.
सैकड़ों युवाओं ने अपनी मेहनत की कमाई को प्रयाग ग्रुप ऑफ कम्पनीज की जिला शाखा में जमा किया था. अब वे खुद को केवल ठगा ही महसूस नहीं कर रहे हैं बल्कि आक्रोश भी पनपता जा रहा है.
गौरतलब है कि कंपनी के दलालों द्वारा रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, रजिस्टार ऑफ कंपनी, इंशोरेंस रेग्युलैटरी डवलपमेंट एथरिटी व सिक्युरिटी एंड एम्सचेग्न बोर्ड ऑफ इंडिया तथा आइएसओ का अंग्रेजी में लिखा प्रमाण पत्र दिखाया और कम समय में दोगुणा राशि का लोभ देकर लाखों जमा करवा कर कंपनी 2013 में अचानक बंद हो गयी. धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राजीव जोशी ने कहा कि पहले कंपनी गांव में ऐसे लोगों को अपना शिकार बनाया जो कम पढ़े –
लिखे थे और जिन्हें अंग्रेजी नहीं आती. फिर धीरे-धीरे कंपनी के लोगों ने पूरे जिले में अपना पांव पसरा कर लाखों रूपये ले कर चले गये. वरूण कुमार ने कहा कि पहले कंपनी ने खुद को जीवन बीमा निगम का कॉरपोरेट के तौर पर अपने को स्थापित किया और बाद में एलआइसी से अलग होकर खुद ही देन लेन करने लगे. उन्होंने कहा कि यदि कंपनी अच्छी थी तो एलआईसी से अलग क्यों हो गया. यदि कंपनी के बारे में एलआइसी को कोई जानकारी मिली तो उस खबर को एलआइसी के अधिकारियों ने सार्वजनिक क्यों नहीं किया. धरना-प्रदर्शन में मुख्य रूप से मनोज कुमार, सूर्यनारायण राजभर, सिकेंद्र कुमार यादव, रविलाल दास मिथिलेश कुमार यादव, सुनिल यादव, दीपक कुमार आदि शामिल थे. धरना की समाप्ति के बाद डीएम को ज्ञापना सौंपा गया.