प्रशासन के चेहरे पर दिख रहा था आलमनगर का खौफ

मधेपुरा : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पांचवें चरण में सदर प्रखंड का चुनाव प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं थी. चौथे चरण में आलमनगर प्रखंड के रतवारा पंचायत स्थित मुरौत गांव में घटी घटना से उबर कर सदर प्रखंड में निष्पक्ष व शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराना प्रशासन के प्राथमिकता में शामिल था. जिसे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 11, 2016 6:02 AM

मधेपुरा : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पांचवें चरण में सदर प्रखंड का चुनाव प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं थी. चौथे चरण में आलमनगर प्रखंड के रतवारा पंचायत स्थित मुरौत गांव में घटी घटना से उबर कर सदर प्रखंड में निष्पक्ष व शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराना प्रशासन के प्राथमिकता में शामिल था. जिसे प्रशासन ने बड़ी सावधानी के साथ पूरा किया.

हालांकि सदर प्रखंड में चुनाव के दौरान प्रशासनिक पदाधिकारियों के चेहरे पर आलमनगर का खौफ स्पष्ट रूप से दिख रहा था. इसकी बानगी सदर प्रखंड के साहुगढ वन, साहुगढ टू, भेलवा एवं हसनपुर बराही पंचायत के मतदान केंद्रों पर देखा गया. वरीय पदाधिकारियों का काफिला मतदान केंद्रों के बगल से सायरण बजाती हुई गुजरती तो थी लेकिन वहां रूकना मुनासिब नहीं समझ रहे थे.
हालांकि कई केंद्रों पर काफिलों में शामिल वरीय पदाधिकारी गाड़ी पर बैठे बैठे ही स्थिति का हाल चाल लेकर निकलते बने. जबकि सायरण की आवाज सुनते ही मतदान केंद्र के आस-पास खड़ी समर्थकों की भीड़ इधर उधर भागने लगती थी.
लेकिन जब पदाधिकारियों की गाड़ी वहां ब्रेक लगा कर नहीं रूकती थी तो फिर से समर्थकों की भीड़ जमा होने लगती थी. पूर्व के चरणों में हुई चूक से सबक लेते हुए पांचवें चरण में प्रशासन सजग दिख रही थी.
बूंद पानी के लिए तरसे मतदान कर्मी
पांचवें चरण में प्रशासन के सख्ती का दूसरा पहलू यह रहा कि मतदान केंद्रों पर पानी पीलाने के लिए आदमी नहीं दिख रहा था. जिसका खामियाजा मतदान कर्मियों के साथ-साथ मतदाताओं को भी उठाना पड़ा. इस दौरान एक एक बूंद पानी के लिए मतदान कर्मी तरस रहे थे. मालूम हो कि पूर्व के चरणों में समर्थकों द्वारा मतदान कर्मियों के साथ-साथ मतदाताओं की मतदान केंद्र पर खुब खातिरदारी की गयी थी. लेकिन पांचवें चरण में जिन केंद्रों पर सख्ती बरती गयी वहां समर्थकों को मतदान केंद्र के आस-पास रूकने का मौका नहीं दिया जा रहा था.
आलमनगर की घटना से उबरना हुआ मुश्किल : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के चौथे चरण में आलमनगर प्रखंड के रतवारा पंचायत स्थित मुरौत गांव में मुखिया के घर पर हुए छापेमारी के विरोध में ग्रामीणों ने प्रशासनिक काफिला पर पथराव कर दिया था. ग्रामीणों के पथराव से प्रशासनिक गाड़िया क्षतिग्रस्त हो गयी थी.
इस घटना में पुलिस कर्मियों के अलावे कई लोगों को चोटे आयी थी. हालांकि करीब पांच दर्जन नामजद लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करते हुए पुलिस ने मुखिया पति को गिरफतार करने में सफलता पायी. इस कार्रवाई के बावजूद पांचवें चरण में प्रशासन को आलमनगर की घटना से उबरना मुश्किल लग रहा था.

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