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यूवीके में एजूफेस्ट का शुभारंभ

सेमिनार . आतंकवाद पर हुई चर्चा, देश-विदेश के कई विद्वान हुए शामिल यूजीसी के सौजन्य से भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय अंतर्गत यूवीके कॉलेज कड़ामा आलमनगर में आयोजित 12 दिवसीय राष्टीय शैक्षिक महोत्सव सह अंतराष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन हुआ. इसमें देश-विदेश के कई विद्वान शामिल हुए. सेमिनार में सामाजिक आतंकवाद, धार्मिक आतंकवाद, राजनैतिक आतंकवाद. व आतंकवाद […]

सेमिनार . आतंकवाद पर हुई चर्चा, देश-विदेश के कई विद्वान हुए शामिल

यूजीसी के सौजन्य से भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय अंतर्गत यूवीके कॉलेज कड़ामा आलमनगर में आयोजित 12 दिवसीय राष्टीय शैक्षिक महोत्सव सह अंतराष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन हुआ. इसमें देश-विदेश के कई विद्वान शामिल हुए. सेमिनार में सामाजिक आतंकवाद, धार्मिक आतंकवाद, राजनैतिक आतंकवाद. व आतंकवाद की जड़ धर्म-राजनैतिक व आधुनिकता पर चर्चा हुई.
आलमनगर : यूजीसी के सौजन्य से भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय अंतर्गत यूवीके कॉलेज कड़ामा आलमनगर में आयोजित 12 दिवसीय राष्ट्रीय शैक्षिक महोत्सव सह अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का उद्घाटन हुआ. इसका उद्घाटन राजकीय उच्चतर शिक्षा अभियान के उपाध्यक्ष डाॅ कमेश्वर झा, बिहार विश्व विद्यालय के डॉ अमर नाथ झा, विधान पार्षद संजीव कुमार सिंह, राज्य भाषा परिषद बिहार के निदेशक डाॅ जयकृष्ण मेहता,
आयोजन समिति के अध्यक्ष डा माधवेंद्र झा ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया. शैक्षिक महोत्सव की शुरुआत झंडोत्तोलन से किया गया. यूजीसी ध्वज का ध्वजारोहन डाॅ कामेश्वर झा, शैक्षित ध्वज का ध्वजारोहन डाॅ अमरनाथ झा, यूवीके कॉलेज कड़ामा का ध्वजा रोहन विधान पार्षद संजीव कुमार, राष्ट्रीय सेवा योजना ध्वज का ध्वजा रोहन डाॅ जयकृष्ण मेहता ने किया.
सेमिनार को संबोधित करते हुए राजकीय उच्चतर शिक्षा अभियान के उपाध्यक्ष डा कामेश्वर झा ने कहा कि जल्द ही वित्तरहित शिक्षा कर्मियों की समस्याओं का समाधान हो जायेगा. डा झा ने कहा कि अभी तक आप यूजीसी की मापदंडों के आधार पर शिक्षक बनने के लायक नहीं थे. लेकिन सरकारी स्तर पर उनके और विधान पार्षद संजीव सिंह के प्रयास से अब ऐसा काम हो रहा है कि आप सचमुच शिक्षक बन सकें.
श्री झा ने कहा कि आज आतंकवाद दुनियां के सामने चुनौती बनी हुई है. उन्होंने विश्व के अनेक देशों में आतंकवादियों द्वारा किये गये घटना का जिक्र करते हुए कहा कि आतंकवाद का कोई भी धर्म मजहब नहीं होता है. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ जिस समस्या से जूझ रहा है. उन सारे विषयों को इस सेमिनार में समेट कर डा माधवेंद्र झा ने अद्भूत कार्य किया है. सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में इतना बड़ा सेमिनार का आयोजन करना गौरव की बात है. डा झा ने कहा कि यूभीके कॉलेज में आज भी छात्र संघ है तथा उसकी अध्यक्षा नारीशक्ति है. उन्होंने कहा कि शैक्षिक जगत के मरूस्थल में आकर भी चिनुक पवन का एहसास करना मेरे लिये गर्व की बात है. वहीं विधान पार्षद डा संजीव सिंह ने कहा कि रूसा के चैयरमेन यह प्रयास करें कि जो भी वित्त रहित महाविद्यालय मौजूद हैं उनके संस्थापकों के द्वारा करोड़ों रूपये लगे है. सरकार का एक पैसा भी नहीं लगा है. अत: सरकार को चाहिए ऐसे शिक्षकों को वेतन दें. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि सेवा समंजन सबसे पहली बाधा है. वहीं राज्य भाष परिषद बिहार के निदेशक डा जय कृष्ण मेहता ने कहा कि 12 दिवसीय अंतर्राष्टीय सेमिनार का आयोजन आने वाले समय में मिल का पत्थर बनेगा. उन्होंने कहा कि सेमिनार के दौरान विचार विमर्श एवं व्याखान के लिए चुने गये टॉपिक का चयन सराहनीय है. वहीं मधेपुरा कॉलेज के प्रचार्या डा अशोक कुमार ने कहा कि जो काम कल मक विवि के अंगीभूत उस कॉलेज में हुआ करता था वह यूभीके कॉलेज में कर दिया है जो काबिले तारीफ है. अपने अध्यक्षीय संबोधन में डा माधवेंद्र झा ने कहा कि सर्वप्रथम प्रो कामेश्वर झा को इस सेमिनार में भाग लेने के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि अंतराष्ट्रीय मेहमान प्रो कुशेश्वर झा तथा पेट्रोन डा अमरनाथ झा, प्राचार्य अशोक कुमार, प्राचार्य पूनम यादव तथा एसकेडी संध्या, महा विद्यालय की प्राचार्या सुनीता झा का आभार व्यक्त किया. डा माधवेंद्र झा ने कहा कि हमारे महाविद्यालय के शिक्षक ज्ञान योगी एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी कर्मयोगी एवं धर्म योगी है. उन्होंने 21वीं सदी में आतंकवाद पर चर्चा करते हुए कहा कि अशिक्षा रूपी आतंकवाद से आज हमारे कॉलेज के छात्र छात्राएं लोहा ले रही है. दामिनी की घटना बेसक दिल्ली में हुई है. लेकिन हमारी छात्राएं 20 20 किमी दूर से साइकिल से यहां पढने आती है यह हमारे लिए गौरव की बात है. उन्होंने आतंकवाद पर चर्चा करते हुए कहा कि आतंकवाद के कई पहलू है. सामाजिक आतंकवाद, धार्मिक आतंकवाद, राजनैतिक आतंकवाद. आतंकवाद का जड़ धर्म राजनैतिक व आधुनिकता से जुड़ी हुई है. राजनैतिक एवं धार्मिक आतंकवाद के बीच गहरा संबंध है. डा माधवेंद्र झा ने अपने संबोधन में कहा कि आज एक नया कार्यालयी आंतकवाद ने जन्म ले किया है. यूवीके महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के अध्यक्ष डा अरूण ने उपाध्यक्ष डा कामेश्वर झा से 21वीं सदी में आतंकवाद विषय पर पूरे कार्यक्रम के मंच का सफल संचालन डा अरूण कुमार ने किया. सेमिनार के दौरान आतंकवाद पर देश विदेश के विद्वानों द्वारा लिखे गये व्याखान की संकलित पुस्तकें का विमोचन किया गया.

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