दूसरे दिन भी एनएच 107 पर लगा जाम
परेशानी . गड्ढे में फंस रहे हैं वाहन, लगातार जाम के बाद भी विभाग नहीं ले रहा सुध सरकारी मानकों के अनुसार मधेपुरा जिले में दो नगर हैं मधेपुरा और मुरलीगंज. मुरलीगंज नगर पंचायत क्षेत्र से हो कर गुजरने वाली सड़क एनएच 107 से होकर मधेपुरा और सहरसा से पूर्णिया या पूर्णिया से यहां तक […]
परेशानी . गड्ढे में फंस रहे हैं वाहन, लगातार जाम के बाद भी विभाग नहीं ले रहा सुध
सरकारी मानकों के अनुसार मधेपुरा जिले में दो नगर हैं मधेपुरा और मुरलीगंज. मुरलीगंज नगर पंचायत क्षेत्र से हो कर गुजरने वाली सड़क एनएच 107 से होकर मधेपुरा और सहरसा से पूर्णिया या पूर्णिया से यहां तक के लिए गाड़ियों का आवागमन होता है. नगर क्ष्रेत्र में कोई बाइपास भी नहीं है कि अगर जाम लग जाये तो बाइपास से आवागमन को बहाल रखा जा सके. गुरुवार की रात एक ट्रक और एक ट्रैक्टर जाम में
फंस गया वहीं शनिवार की सुबह दो और ट्रक इस गड्ढे में फंस गये और आवागमन ठप सा हो गया. मधेपुरा विकास की ओर बढ़ रहा है. अगले माह आठ जुलाई को निवेशकों का समागम भी है. बाहर से निवेशक यहां आसानी से पहुंच सकें इसके लिए एनएच को ठीक रखने की जरूरत है. अन्यथा मधेपुरा का विकास प्रभावित होगा.
मुरलीगंज : मुरलीगंज शहर से गुजरने वाली सड़क एनएच 107 दूसरे दिन शनिवार को भी जाम से हलकान रहा. दुर्गा स्थान चौक पर बने बड़े विशाल गड्ढे में शनिवार को भी ट्रक फंसने के कारण जाम लगा रहा. इससे पहले बृहस्पतिवार की रात उसी स्थान पर ट्रक फंसने के कारण शुक्रवार को पूरा दिन मुरलीगंज शहर जाम के हवाले रहा था. मुरलीगंज – पूर्णिया पथ जाम रहने से स्थानीय लोगों सहित पूर्णिया, मधेपुरा, बिहारीगंज जाने वाले यात्री को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. समाचार प्रेषण तक ट्रक फंसा ही था और जाम जारी था.
जाम.. जाम और केवल जाम
मुरलीगंज मे एनएच 107 पर दुर्गा स्थान चौक पर सुबह सात बजे से ही जाम रहा. मोड़ के पास बड़े गड्ढे में ट्रक के फंस जाने के कारण बड़े वाहनों की लंबी कतार लग गईं. इधर मुरलीगंज हाट तक, पूर्णियां की तरफ से सिनेमा हाल तक, वाहनों की लंबी कतार लगी थी. छोटे वाहन किसी तरह शहर की गलियों निकल गये. इससे पहले बृहस्पतिवार की रात एक ट्रक और एक ट्रैक्टर फंस गये थे. जिसे किस तरह देर रात बाहर निकाला गया. लेकिन शुक्रवार की सुबह फिर एक ट्रैक्टर इस झील में दुर्गा स्थान गेट के पास बीच सड़क पर खराब हो गया. इसके बाद रही सही कसर शनिवार को फंसे ट्रक ने निकाल दिया.
दो माह से हैं यही हालात
दो महीने से इस सड़क का हालत ऐसी ही है. कभी हाट बाजार के पास जाम तो कभी कहीं. विभाग ने कुछ टोकरी गिट्टी डालकर खानपूर्ति कर ली है. लोग कहते हैं कि यहां पहली बरसात से ही यही हाल है. यहां आये दिन दुर्घटना होती ही रहती है. किसी दिन बड़ी दुर्घटना होगी और यह जिम्मेदारी विभाग की होगी. उधर एनएच विभाग इस ओर से पूरी तरह लापरवाह दिखता है. ऐसे में लगता है कि अराजक व्यवस्था है जहां लोगों की समस्याएं सुनने के लिए कोई नहीं है.