डायरिया का बढ़ा प्रकोप, दो दर्जन से अधिक आक्रांत

सदर अस्पताल में विगत एक पखवारे में डायरिया से पीड़ित दो दर्जन से अधिक मरीज पहुंचे अत्यधिक गरमी व बीच-बीच में हो रही बारिश के कारण लोग हो रहे हैं संक्रमण के शिकार मधेपुरा : सदर अस्पताल में विगत एक पखवारे में डायरिया से पीड़ित दो दर्जन से अधिक मरीज पहुंचे हैं. कई दिनों से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 23, 2016 8:20 AM
सदर अस्पताल में विगत एक पखवारे में डायरिया से पीड़ित दो दर्जन से अधिक मरीज पहुंचे
अत्यधिक गरमी व बीच-बीच में हो रही बारिश के कारण लोग हो रहे हैं संक्रमण के शिकार
मधेपुरा : सदर अस्पताल में विगत एक पखवारे में डायरिया से पीड़ित दो दर्जन से अधिक मरीज पहुंचे हैं. कई दिनों से जिले के तापमान में अत्यधिक वृद्धि के कारण उमस भरी गर्मी से आम जनजीवन त्रस्त है. वहीं मंगलवार से शुरू बारिश से चिपचिप व उमस भरी गरमी से लोगों ने राहत की सांस ली. लेकिन बढती गर्मी और जरा सी असावधानी लोगों के लिए खतरनाक साबित हो रहा है. गरमी के कारण व मौसम बदलने के साथ लोड डायरिया के प्रकोप से पीड़ित हो रहे हैं. हालांकि, बदलते मौसम में खाना व साफ सफाई में जरा सी कोताही डायरिया को निमंत्रण देने लगा है.
बीते कई दिनों से लोगों में उल्टी, दस्त होने के बाद लगभग दो दर्जन भर मरीज सदर अस्पताल इलाज के लिए पहुंचे. डॉक्टरों ने मरीजों का इलाज कर खान पान व साफ-सफाई पर ध्यान देने की बात कही. बुधवार को मुरलीगंज प्रखंड क्षेत्र के प्रताप नगर रजनी निवासी सीताराम मुखिया की चार वर्षीय पुत्री महियां कुमारी डायरिया से पीड़ित हो गयी. उल्टी-दस्त की शिकायत मिलने के बाद मुरलीगंज पीएचसी भरती किया गया. डाक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सदर अस्पताल मधेपुरा रेफर कर दिया, जहां इलाज चल रहा है.
बचाव के लिए बरतें सावधानी . सदर अस्पताल में डॉक्टर अनुज कुमार ने बताया कि इस मौसम में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत पड़ती है. साफ सफाई व खान पान में कोताही के कारण डायरिया की संभावना बनी रहती है. उन्होंने कहा कि इससे बचाव के लिए जरूरी है साफ सफाई, खानपान पर विशेष ध्यान दें. साफ पानी खूब पियें. हमेशा गर्म खाना खायें.
बासी खाना का प्रयोग न करें. सबसे जरूरी भोजन को हमेशा ढक कर रखना चाहिए और खाना खाने से पहले अपने हाथ की सफाई साबुन से जरूर करना चाहिए. वहीं अपने घर के आस पास साफ सुथरा रखें. कूड़ा कचरा को जमा नहीं होने दें. नालियों को साफ रखें.उल्टी-दस्त की शिकायत पर क्या करें . बदलते मौसम के साथ – साथ अपने भोजन पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है. इस मौसम में मच्छर एवं मक्खियों का प्रकोप बढ जाता है. जिस कारण हमेशा भोजन ढक कर रखना चाहिए. यदि फिर भी किसी व्यक्ति ने उल्टी दस्त होने की शिकायत मिलती है तो तत्काल प्राथमिक उपचार करना चाहिए.
मरीज के शरीर में डायरिया के कारण पानी की कमी हो जाती है. शरीर में पानी की मात्रा बनी रहे इसके लिए नमक चीनी पानी या ओआरएस के घोल मरीज को समय समय पर देना चाहिए. आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी जिंक का टेबलेट उपलब्ध है वो मरीज को देते रहें. यदि इसके बावजूद मरीज की हालत में सुधार नहीं हो रहा है तो बिना विलंब किये नजदीक के पीएचसी में भरती करवाकर इलाज कराएं.

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