देश व समाज के लिए आगे आयें छात्र

बीएनएमयू के पहले दीक्षांत समारोह में बोले कुलाधिपति रामनाथ काेविंद मधेपुरा : भूपेंद्र नारायण मंडल विवि में 29 जून की तिथि इतिहास के सुनहरे पन्नों पर दर्ज हो गया. स्थापना के 24 साल बाद बीएनएमयू में आयोजित प्रथम दीक्षांत समारोह में शिरकत करने पहुंचे बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति रामनाथ कोविंद, सूबे के शिक्षा सह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 30, 2016 6:45 AM

बीएनएमयू के पहले दीक्षांत समारोह में बोले कुलाधिपति रामनाथ काेविंद

मधेपुरा : भूपेंद्र नारायण मंडल विवि में 29 जून की तिथि इतिहास के सुनहरे पन्नों पर दर्ज हो गया. स्थापना के 24 साल बाद बीएनएमयू में आयोजित प्रथम दीक्षांत समारोह में शिरकत करने पहुंचे बिहार के राज्यपाल सह कुलाधिपति रामनाथ कोविंद, सूबे के शिक्षा सह आइटी मंत्री डाॅ अशोक चौधरी व विभिन्न विवि के कुलपति व प्रतिकुलपति की मौजूदगी ने इस ऐतिहासिक क्षण को यागदार बना दिया. इससे पहले प्रथम दीक्षांत समारोह का उद्घाटन कुलाधिपति व शिक्षा मंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया.
समारोह में कुलाधिपति ने कहा कि सपना वो नहीं है
जो आप देखें, बल्कि सपना वो है जो आपकों नींद ही नहीं आने दे. छात्रों से कुलाधिपति ने कहा कि वे देश और समाज को बराबर कुछ नया देने की सोचते रहें. उन्होंने कहा कि भारत के छात्र इस स्थिति में हैं कि वह सपनों का भारत गढ़ सकते हैं. जो पूरी दुनिया का सिरमौर होगा. इसके लिए युवा छात्रों को आगे आना होगा. इस अवसर पर कुलपति डाॅ विनोद कुमार, प्रतिकुलपति डाॅ जय प्रकाश नारायण झा, कुलसचिव डाॅ कुमारेश प्रसाद सिंह सहित अन्य मौजूद थे.
भारत वर्ष में गुरु शिष्य की गौरवमयी है परंपरा : कुलाधिपति ने कहा कि भारत वर्ष में गुरु शिष्य की बड़ी गौरवमयी परंपरा रही है. भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति व महान दार्शनिक सर्वपल्ली डाॅ राधाकृष्णण ने कहा है कि शिक्षक का दायित्व छात्रों पर अपने विचार थोपना नहीं है, बल्कि उनके अंदर छिपी प्रतिभा को प्रकाश में लाना और उसे प्रशस्त करना है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में शिक्षकों की अहम भूमिका होती है. युवा पीढ़ी को दिशा निर्देश व मूल्य बोध की क्षमता प्रदान कर राष्ट्र निर्माण के लिए उन्हें करना शिक्षकों का महान दायित्व है. छात्र विवि समाज व राष्ट्र की संपदा है.
डिग्री बांटनेवाले संस्थानों पर होगी कार्रवाई : प्रथम दीक्षांत समारोह में शिक्षा मंत्री डाॅ अशोक चौधरी ने कहा कि सूबे में संस्थान खोल कर डिग्री बांटने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई सरकार करने जा रही है. उन्होंने कहा कि टॉपर्स घोटाले में शामिल शिक्षा माफिया ने बिहार को कलंकित करने का कार्य किया है. इसके खिलाफ सरकार सख्ती से निबट रही है. स्वार्थी तत्वों से शिक्षा व्यवस्था को बचाने के लिए राज्य सरकार काम कर रही है. सबों को मिल कर सहयोग करने की जरूरत है. इसी के तहत टॉपर्स घोटाला करने वालों के खिलाफ ऑपरेशन क्लीन चलाया जा रहा है.
शिक्षा मंत्री ने कहा कि कुछ शिक्षक नैतिक मर्यादाओं का ख्याल नहीं रख रहे हैं. उन्हें नैतिकतावान बनना चाहिए. शिक्षा के क्षेत्र में बिहार को 21 वीं सदी का बनाना है. गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा व्यवस्था के लिए मैनेजमेंट इन्फोर्मेशन सिस्टम लागू किया गया है इससे छात्रों को नामांकन से परीक्षा परिणाम सुविधा मिलेगी. शिक्षा व्यवस्था को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए बिहार सरकार क्रियाशील है.
राज्यपाल व शिक्षा मंत्री ने किया कार्यक्रम का उद्घाटन
समर्पण व निष्ठा से मिलती है सफलता : कुलाधिपति ने छात्रों से कहा कि अगर आपमें अपने सपनों को साकार करने की दृढ़ इच्छा शक्ति है और कार्य के प्रति समर्पण व दृढ़ निष्ठा तो एक दिन निश्चय ही सफलता आपकी कदम चुमेगी. उन्होंने कहा कि आज भारतीय युवा छात्र इस स्थिति में हैं कि वे अपने सपनों का भारत गढ़ सकें.
लक्ष्य की प्राप्ति में धैर्य व कर्तव्य भावना आवश्यक
बीएनएमयू में 24 वर्ष बाद हुए प्रथम दीक्षांत समारोह में उपाधि प्राप्त करनेवाले छात्रों को बधाई देते हुए कुलाधिपति ने कहा कि शिक्षा प्राप्ति के पश्चात प्रत्येक छात्रों को अपना लक्ष्य निर्धारित कर लेना चाहिए. लक्ष्य की प्राप्त के लिए धैर्य, संकल्प व कर्तव्य भावना ये तीनों रहना आवश्यक है.

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