जर्जर पीएचसी की छत गिरी एएनएम गंभीर रूप से जख्मी

पीएचसी को कर्मी आवास व अस्पताल भवन की है दरकार पुरैनी : पुरैनी पीएचसी में पदस्थापित एएनएम एमीली र्मूमू जर्जर आवास में रहने को वर्षों से विवश हैं. क्योंकि पुरैनी पीएचसी में कर्मियों के रहने के लिये आवास नहीं है. जिसका खामियाजा उन्हें मंगलवार की सुबह भूगतना पड़ा. दो दिनों से लगातार हो रही बारीश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 6, 2016 4:46 AM

पीएचसी को कर्मी आवास व अस्पताल भवन की

है दरकार
पुरैनी : पुरैनी पीएचसी में पदस्थापित एएनएम एमीली र्मूमू जर्जर आवास में रहने को वर्षों से विवश हैं. क्योंकि पुरैनी पीएचसी में कर्मियों के रहने के लिये आवास नहीं है. जिसका खामियाजा उन्हें मंगलवार की सुबह भूगतना पड़ा. दो दिनों से लगातार हो रही बारीश की वजह से मंगलवार की अहले सुबह जब वो अपने आवास में सो रही थी तो छत का एक हिस्सा टूट कर उनके शरीर पर गिर पड़ा. जिससे उन्हें गंभीर चोट आयी. इस घटना से उनके सर व पैर में गंभीर चोट आयी और व घायल हो गयी. अब यहां सवाल यह उठता है कि जब पीएचसी में कार्यरत कर्मियों को ही बुनियादी सुविधा की दरकार है तो ऐसे में हम बेहतर स्वास्थ्य सुविधा की कैसे उम्मीद कर सकते हैं.
सरकार समाज के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध करने का दावा करती है. लेकिन स्वास्थ्य महकमा का जो हाल है वो सरकार के दावों का हवा निकालने के लिये काफी है. पीएचसी में अस्पताल भवन व कर्मियों के आवासीय भवन की दरकार है. जिसके वजह यहां पदस्थापित चिकित्सक व कर्मी यत्र तत्र रहने को विवश है. विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वर्षों से पूर्व बीएनएसईसीएल कंपनी द्वारा आवासीय भवन व अस्पताल भवन के निर्माण के बाबत भूमि की मापी की गयी थी. लेकिन मापी के बाद से अबतक योजना का शुभारंभ नहीं हो सका.

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