करोड़ों के राजस्व की वसूली बांस के सहारे

मधेपुरा : राजस्व वसूली में सख्त रवैया अख्तियार करने वाला विद्युत विभाग जिले में जर्जर पोल और बांस के खंभों के सहारे विद्युत आपूर्ति कर रहा है़ आपूर्ति के इस जानलेवा तरीके से कभी भी कोई बड़ा हादसा शहर को अपनी चपेट में ले सकता है़ लेकिन राजस्व के लक्ष्य को पूरा करने में जुटा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 8, 2016 8:04 AM

मधेपुरा : राजस्व वसूली में सख्त रवैया अख्तियार करने वाला विद्युत विभाग जिले में जर्जर पोल और बांस के खंभों के सहारे विद्युत आपूर्ति कर रहा है़ आपूर्ति के इस जानलेवा तरीके से कभी भी कोई बड़ा हादसा शहर को अपनी चपेट में ले सकता है़ लेकिन राजस्व के लक्ष्य को पूरा करने में जुटा विद्युत विभाग का अमला इस खतरे की पूरी तरह अनदेखी कर रहा है़ जिला मुख्यालय के अलावे विभिन्न प्रखंड क्षेत्रों में विद्युत विभाग की लापरवाही खुल कर सामने आ रही है.

सिंहेश्वर में एनएच 106 से भेलवा रोड होते हुए शांतवन गली तक जाने वाली सड़क के बीचो बीच जर्जर हो चुके बिजली के खंभे दुर्घटना को खुला आमंत्रण दे रही है. खासकर जब इस सड़क से होकर कोई बड़ा वाहन गुजरता है तो टूटे पोल व जर्जर तार के संपर्क में आने से दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है. स्थानीय लोगों ने कई बार इस समस्या से विद्युत विभाग को अवगत भी कराया. लेकिन इस दिशा में विद्युत विभाग लापरवाह बनी हुई है.

जर्जर खंभे दे रहे घटना को आमंत्रण. शहर की हृदय स्थली कहा जाने वाला कॉलेज चौक कई खंभे कहीं टूटे हुए हैं तो कहीं झुके हैं. विभाग की ओर से इन्हें बदलने के बजाय सहारा भर दे दिया गया है़ शहर के जयपाल पट्टी मोहल्ले में बिजली के खंभे का निचला हिस्सा झड़ गया है़ खंभा हल्के से धक्के से कभी भी गिर सकता है़ स्थानीय लोग हमेशा किसी आशंका से दहशत में रहता है़ यही हाल केवी वीमेंस कॉलेज के बायीं तरफ स्थित बर्फ फैक्टरी के सामने लगे बिजली के खंभे की है़
स्थानीय लोग बताते हैं कि विगत एक वर्ष से बिजली विभाग को शिकायत की जा रही है़ उधर, नगर परिषद क्षेत्र के नवटोलिया मोहल्ला, भिरखी, आजाद टोला आदि इलाकों में मुख्य पथ को छोड कर शेष बस्ती में बांस के सहारे में विद्युत आपूर्ति हो रही है़ वेद व्यास कॉलेज के पीछे बसे मुहल्ले की स्थिति और भी भयावह है़ यहां छह फीट के बांस पर विद्युत आपूर्ति बहाल है़ पिछले वर्ष इस मोहल्ले में अगलगी की घटना हुई थी़ अगर आग ज्यादा फैलती और अग्निशमन की गाडि़यां यहां पहुंचती तो दूसरा हादसा भी हो सकता था़
खतरनाक स्थिति पैदा कर रहे हैं लटके तार
शहर में बिजली के तार कहीं-कहीं इतने अधिक लटके हैं कि लोग कपड़ा सुखाने का काम कर रहे हैं. जयपालपट्टी मोहल्ले में यह नजारा आम है़ स्थानीय लोग बताते हैं कि करीब एक साल पहले बिजली का तार झुकते-झुकते काफी नीचे आ गया़ विभाग को बार-बार आग्रह के बावजूद तार को सही नहीं किया गया़ एक वर्ष पहले बस स्टैंड के गुमटी पुल के पास सिर पर पुआल ले कर जयपाल पट्टी स्थित अपने घर जा रहे एक व्यक्ति की नीचे लटक रही तार से आग लग जाने के कारण जल कर मौत हो गयी थी़
राजस्व उगाही के दौरान सख्त रवैया अख्तियार करने वाला विद्युत विभाग को एक वित्तीय वर्ष में 22 करोड़ से अधिक रूपये का राजस्व केवल मधेपुरा जिले से प्राप्त होता है़ पिछले वर्ष भी करीब बीस करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ था. ऐसे में विद्युत विभाग पर सवाल उठना लाजिमी है कि इतना राजस्व उगाही के बाद भी विद्युत सुविधा की स्थिति चिंताजनक क्यों है़

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