टीइटी पास नहीं हुए, तो जायेगी नौकरी

सहरसा/मधेपुरा : शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि सरकार द्वारा चलायी जा रही छात्रहित योजनाओं के कारण बच्चों व अभिभावकों में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ी है. मात्र 0.2 प्रतिशत बच्चे ही अब विद्यालयों से दूर हैं. उन्होंने कहा कि पदयात्रा का उनका उद्देश्य जन-जन तक शिक्षा का अलख जगाना है. विभाग के पास […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 20, 2016 2:05 AM

सहरसा/मधेपुरा : शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि सरकार द्वारा चलायी जा रही छात्रहित योजनाओं के कारण बच्चों व अभिभावकों में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ी है. मात्र 0.2 प्रतिशत बच्चे ही अब विद्यालयों से दूर हैं. उन्होंने कहा कि पदयात्रा का उनका उद्देश्य जन-जन तक शिक्षा का अलख जगाना है. विभाग के पास ऐसे दो मामले हैं, जिसका निदान करने का प्रयास किया जा रहा है. नियोजित शिक्षकों को प्रतिमाह वेतन देने पर सरकार विचार

टीइटी पास नहीं…
कर रही है. एक माह के अंदर इसका निदान कर लिया जायेगा. नियोजित शिक्षकों के वेतन मद की 60 प्रतिशत राशि केंद्र सरकार की ओर से समय पर नहीं दिये जाने के कारण वेतन देने में कठिनाई हो रही है. राज्य सरकार का शिक्षा के क्षेत्र में चार हजार पांच सौ करोड़ का बजट है. जो सभी विभागों के बजट से अधिक है. सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार छह वर्ग के बच्चों वर्ग दो के मैथ नहीं बन रहे हैं. ऐसी स्थिति को दूर करने के प्रयास किये जा रहे हैं
. उन्होंने गिरती शिक्षा व्यवस्था को स्वीकारते कहा कि बच्चे विद्यालय तो पहुंचते हैं, लेकिन शिक्षकों द्वारा उन्हें विद्यालय में नहीं रख पाने के कारण ऐसी स्थिति बनी है. अब शिक्षकों की ऐसी मनमर्जी नहीं चलेगी. डीइओ व बीइओ के भरोसे विभाग नहीं रहेगा. शिक्षकों को स्कील बनाने के लिए वर्ल्ड बैंक से करार किया गया है. वैसे शिक्षक जो तीसरी बार टीइटी परीक्षा में पास नहीं होंगे, उन्हें हर हाल में हटाया जायेगा. विद्यालय नहीं पहुंचने वाले शिक्षकों पर भी नकेल पूरी तरह कसी जायेगी. माध्यमिक व उच्चतर माध्यमिक में शिक्षकों की कमी है, जिसे दूर करने के प्रयास किये जा रहे हैं. मंत्री ने उच्च शिक्षा में प्रोफेसरों की कमी व छात्रों की बढ़ोतरी के कारण आयी गिरावट को दूर करने का प्रयास किये जाने की बात बतायी. कहा कि सरकारी विद्यालयों में अधिकांश दलित व महादलित परिवार के बच्चे पढ़ते हैं.
इन्हें अगर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं दी जायेगी, तो सरकार का विकास कार्य अधूरा रह जायेगा. प्रत्येक माह वह दो से तीन जिलों में पदयात्रा के माध्यम से बच्चों व अभिभावकों के शिक्षा के प्रति भूख को जागृत करने का कार्य करेंगे. वे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सदस्य सह प्रदेश महासचिव डॉ तारानंद सादा के आवास पर प्रेसवार्ता के दौरान बोल रहे थे. इस मौके पर विधान परिषद मुख्य सचेतक दिलीप चौधरी, जदयू जिलाध्यक्ष धनिकलाल मुखिया, राजद जिलाध्यक्ष मो जफर आलम, कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रो विद्यानंद मिश्र, मुख्य प्रवक्ता कुमार हीरा प्रभाकर, प्रो भीसी जेपीएन झा, मो नइमउद्दीन, रमेंद्र प्रताप बब्बू, मुकेश झा, मनीष कुमार मौजूद थे.
नियोजित शिक्षकों को मिलेगा प्रतिमाह वेतन
शिक्षा के प्रति लोगों में भूख जगाने के लिए कर रहे हैं पदयात्रा : मंत्री
एक करोड़ बेरोजगार युवाओं को हुनरमंद बनाने का संकल्प
शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात निश्चय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व युवाओं के लिए कौशल विकास की योजना भी शामिल है. कहा कि दो अक्टूबर से हर प्रखंड स्तर पर युवा बेरोजगारों को कौशल विकास का प्रशिक्षण देकर बिहार के एक करोड़ बेरोजगार युवाओं को हुनरमंद बनाने का संकल्प लिया गया है. दो अक्टूबर से ही बेरोजगार युवाओं को एक हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता राज्य सरकार शुरू
एक करोड़ बेरोजगार…
करने जा रही है. गरीब व निर्धन छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए चार लाख रुपये तक का क्रेडिट कार्ड भी देने जा रही है. वे नशामुक्ति व शिक्षा में सुधार को लेकर पदयात्रा में शामिल हुए. इस दौरान स्थानीय आरएमएम लॉ कॉलेज परिसर में पदयात्रा समापन सह संकल्प सभा को भी संबोधित किया.

Next Article

Exit mobile version