यात्री विश्राम गृह में गंदगी का डेरा

अनदेखी . बस स्टैंड विश्राम गृह के खस्ताहाल से लोगों को परेशानी जिला मुख्यालय स्थित बस स्टैंड में यात्री विश्राम गृह के बावजूद यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं बस स्टैंड में चारों तरफ गंदगी फैली है. यात्री विश्राम गृह की खराब स्थिति के कारण यात्री उसका उपयोग नहीं कर पाते हैं. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 11, 2016 5:51 AM

अनदेखी . बस स्टैंड विश्राम गृह के खस्ताहाल से लोगों को परेशानी

जिला मुख्यालय स्थित बस स्टैंड में यात्री विश्राम गृह के बावजूद यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. वहीं बस स्टैंड में चारों तरफ गंदगी फैली है. यात्री विश्राम गृह की खराब स्थिति के कारण यात्री उसका उपयोग नहीं कर पाते हैं.
मधेपुरा : विश्राम गृह के आस पास कचरे का ढेर लगा रहता है. साथ ही विश्राम गृह के सामने पेड़ पौधे निकल आये हैं. वहीं विश्राम गृह के अंदर काफी गंदगी फैली रहती है. जहां बरसात के मौसम में यात्री वहां जाने की सोच कर भी नहीं जा पाते हैं. विश्राम गृह सिर्फ शोभा की वस्तु बन कर रह गयी है. वहीं बस स्टैंड में प्रवेश द्वार के पास बारिश का पानी जमा रहता है. जिससे यात्रियों सहित आम लोगों को भारी परेशानियों का करना पड़ता है. वहीं इस बारिश के मौसम व उमश भरी गर्मी के कारण यात्रियों को इधर उधर भटकना पड़ता है. गर्मी व बारिश से बचने के लिए लोगों को किसी दुकान का सहारा लेना पड़ता है.
फैली रहती है गंदगी
बस स्टैंड के अंधर कूड़ा कचरा बिखरा पड़ा रहता है. जिसकी सफाई शायद ही कभी होती है. बारिश होने के बाद कूड़े कचरे सड़ गल कर कीचड़ में तब्दील हो जाता है जो यात्रियों के लिए परेशानी का कारण बन जाता है. वहीं समय पर नालियों का भी साफ सफाई नहीं होने के कारण गंदगी फैली रहती है. वहीं बस स्टैंड के अंदर चारों तरफ फैली गंदगी व विखरे पड़े कूड़े के कारण यात्रियों सहित आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.
नहीं होती सफाई
बस स्टैंड में नालियों की सफाई नहीं होने से उसमें पड़े कूड़े कचरे के कारण हमेशा दुर्गंध का वातावरण बना रहता है. लोगों द्वारा नालियों में मूत्र विर्सजन करने से दुर्गंध फैली रहती है. कभी डीडीटी पाउडर का भी झिड़काव समय पर नहीं होता है. जिस कारण शाम के वक्त बस स्टैंड में मच्छरों का प्रकोप बढ जाता है. गंदगी के कारण यात्रियों के साथ – साथ वाहन चालकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है.

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