बिहार को उसके हक से रखा जा रहा वंचित

मधेपुरा : बीपी मंडल अगर नहीं होते तो वंचित तबके को उसका अधिकार नहीं मिलता. आज यह उस महामानव की देन है कि बिहार में पिछड़ों एवं वंचितों की सरकार है. संविधान समीक्षा के नाम पर मंडल मसीहा द्वारा दिये गये हक को छीनने की साजिश चल रही है. इससे न केवल सतर्क रहना होगा. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 26, 2016 2:59 AM

मधेपुरा : बीपी मंडल अगर नहीं होते तो वंचित तबके को उसका अधिकार नहीं मिलता. आज यह उस महामानव की देन है कि बिहार में पिछड़ों एवं वंचितों की सरकार है. संविधान समीक्षा के नाम पर मंडल मसीहा द्वारा दिये गये हक को छीनने की साजिश चल रही है. इससे न केवल सतर्क रहना होगा. बल्कि इस तरह की साजिश के विरूद्ध संघर्ष के लिए तैयार होकर मंडल आयोग की सिफारिशों को हूबहू लागू करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाना होगा.

उपरोक्त बातें आपदा प्रबंधन मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने गुरूवार को बीपी मंडल के पैतृक गांव मुरहो में उनकी 98 वीं जयंती पर आयोजित राजकीय समारोह को संबोधित करते हुए कही. वह यहां बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री तथा मंडल आयोग के प्रणेता बीपी मंडल की 98 वीं जयंती के मौके पर राजकीय समारोह में बिहार सरकार के प्रतिनिधि के तौर पर शिरकत कर रहे थे. उन्होंने कहा बीपी मंडल जैसे महामानव के जीवन दर्शन से सीखते हुए यही संदेश देना चाहता हूं कि अधिकारी हों या मंत्री,

सांसद, विधायक, मुखिया से लेकर वार्ड पार्षद तक यह सीखें कि आप सभी जनता के सेवक हैं. आम आदमी को केंद्र में रखते हुए अपने कर्तव्य का पालन ईमानदारी से करें. उन्होंने जीवन भर कभी ईमानदारी से समझौता नहीं किया. जैसा विचार था वैसा ही जीवन जीते थे. मंत्री ने सख्ती के साथ कहा कि विगत दिनों कैबिनेट की विभिन्न बैठक में 80 अधिकारी डिसमिस किये गये है. अपनी बारी की प्रतिक्षा न करें. गड़बड़ी बर्दास्त नहीं की जायेगी.

मंत्री ने कहा कि बीपी मंडल ने रास्ता दिखा दिया है. अब इस पर चलना हमारा काम है. बिहार के समावेशी विकास की चर्चा करते हुए कहा कि पूरे इलाके की तसवीर बदलने का प्रयास चल रहा है. हर खेत को पंजाब के तर्ज पर सीधे फीडर से बिजली प्रदान कर पटवन की व्यवस्था शुरू की जा रही है और इसके बाद बिहार की जमीन सोना नहीं हीरा उगलेगी. नशा मुक्ति मुहिम की चर्चा करते हुए मंत्री ने कहा कौन परिवार शराब से परेशान नहीं था.
आज शराब बंदी दृढता से लागू करने के बाद हालात सुधर गये है. केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए प्रो चंद्रशेखर ने कहा पैकेज की घोषणा कर बिहार के साथ छल किया गया है. आज पूरे बिहार में जगह – जगह बाढ एवं सुखाड़ की स्थिति है. राजकोष पर पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है. लेकिन केंद्र सरकार कान में तेल डालकर सो रही है. बिहार सरकार पूरी मुस्तैदी से आपदा पीड़ितों के लिए काम कर रही है. उन्होंने बाढ को मानव निर्मित आपदा बताते हुए कहा फरक्का बांध, मध्य प्रदेश का जल अधिग्रहण क्षेत्र में गड़बड़ी एवं नेपाल की वजह से यह बाढ तबाही फैला रही है.
पूर्व मंत्री व विधायक नरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि पिछड़ा वर्ग को मुख्य धारा में लाने के लिए बीपी मंडल ने जीवन भर संघर्ष किया. उनकी रिपोर्ट को लागू कर पूर्व प्रधानमंत्री बीपी सिंह ने वंचितों की तकदीर बदल दी. लेकिन आज भी रिपोर्ट के सभी हिस्सों का लागू नहीं हो पाना कहीं न कही सालता है.
वहीं सिंहेश्वर के विधायक रमेश ऋषिदेव ने कहा कि बिहार सरकार महादलितों के विकास के प्रति अपना संकल्प दिखाकर मंडल के सपनों को सच करने का काम किया है. नशा बंदी से गरीबों, पिछड़ों, मजदूरों और शोषितों की दशा में सुधार आ रहा है. यह बीपी मंडल के सपने का साकार करने की कड़ी के रूप में है.
विधान पार्षद विजय कुमार वर्मा ने कहा कि बीपी मंडल के सपने को साकार करने के लिए काफी जद्दोजहद करना पड़ा. इसमें सांसद शरद यादव के योगदान की सराहना की.

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