एलएस की बाइक का शीशा फोड़ कर किया हंगामा
विरोध. सेविका व सहायिका बहाली के दौरान लोगों में गुस्सा उदाकिशुनगंज : प्रखंड अंतर्गत नयानगर पंचायत के वार्ड नंबर दो में सेविका, सहायिका की बहाली के दौरान वार्ड नंबर एक के महादलित द्वारा जमकर हंगामा किया गया. इस दौरान आक्रोशित सैकड़ों लोगों ने महिला प्रवेक्षिका चंद्रलेखा श्रीवास्तव के मोटरसाइकल का हेड लाईट भी फोर दिया. […]
विरोध. सेविका व सहायिका बहाली के दौरान लोगों में गुस्सा
उदाकिशुनगंज : प्रखंड अंतर्गत नयानगर पंचायत के वार्ड नंबर दो में सेविका, सहायिका की बहाली के दौरान वार्ड नंबर एक के महादलित द्वारा जमकर हंगामा किया गया. इस दौरान आक्रोशित सैकड़ों लोगों ने महिला प्रवेक्षिका चंद्रलेखा श्रीवास्तव के मोटरसाइकल का हेड लाईट भी फोर दिया. कुछ बुद्दिजीवियों के सहयोग से बहाली को रूकवाकर एलएस को आक्रोशित लोगों से मुक्त करवाया गया.
आक्रोशित महादलित का कहना था सेविका सहायिका की बहाली में पदाधिकारी द्वारा राजनैतिक किया जा रहा है. बहाली की तिथि निकाल दिया गया है. लेकिन वार्ड संख्या नहीं दर्शाया गया है. तीन दिन पूर्व एलएस द्वारा धोखे से वार्ड सदस्य सीता देवी का हस्ताक्षर बहाली मेपिंग पंजी पर कड़वा लिया गया था. जिसकी लिखित शिकायत बीडीओ उदाकिशुनगंज तथा बाल विकास परियोजना पदाधिकारी उदाकिशुनगंज को दिया गया था. बावजूद इस और कोई कदम नहीं उठाया गया.
आक्रोशित लोगों का यह भी कहना था कि वार्ड संख्या एक में पिछले दस सालों से आंगनबाड़ी केंद्र चल रहा था. केंद्र का सेविका सहायिका द्वारा त्यागपत्र दे दिया गया. तब से आज तक हम महादलित के बच्चे को प्रोटीन युक्त भोजन नहीं मिल पा रहा है. अब सेविका, सहायिका की बहाली का समय आया तो वार्ड नंबर एक की जगह वार्ड नंबर दो में बहाली शुरू कर दिया गया. जो उचित नहीं है. वहीं पदाधिकारी द्वारा बनाए गए बहाली सूचि में पश्चिमी महादलित टोला लिखकर वार्ड संख्या नहीं डाला गया है.
इस दौरान एलएस द्वारा आक्रोशित लोगों की बात नहीं सुनी गयी. जिसपर आक्रोशित लोगों ने एलएस की मोटरसायकल का हेड लाईट का सीसा फोर कर प्रदर्शन शुरू कर दिया. मौके पर मौजूद उपप्रमुख विकास चंद्र यादव, शिक्षक,बिकास मित्र आदि बुद्धिजीवियों ने हंगामे को शांत कराने की दिशा में पहल करते हुए बहाली को रुकवाकर महिला प्रवेक्षिका को बाहर निकाला गया.
इस संबंध में पंचायत के मुखिया अब्दुल अहद ने बताया कि पंचायत की सभी जनता का मेरे ऊपर सामान अधिकार है. इसलिए जनता का निर्णय को मानना हमारा अधिकार है. बहाली चिट्ठी पर वार्ड नंबर अंकित होता तो इस प्रकार की नौअत सामने नहीं होती.