मृतक के नाम पर उठाया लोन
गोरखधंधा . मिलीभगत से बिचौलिये ने दिया घटना को अंजाम हसनपुर बराही में मृतक के नाम पर बैंक से लोन उठाने का मामला उजगार हुआ है. मृतक के पौत्र सुरेश कुमार ने मामले का उद्भेदन होने पर जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी को आवेदन दिया है. आवेदन में कहा गया है कि 1981 में हसनपुर […]
गोरखधंधा . मिलीभगत से बिचौलिये ने दिया घटना को अंजाम
हसनपुर बराही में मृतक के नाम पर बैंक से लोन उठाने का मामला उजगार हुआ है. मृतक के पौत्र सुरेश कुमार ने मामले का उद्भेदन होने पर जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी को आवेदन दिया है. आवेदन में कहा गया है कि 1981 में हसनपुर बराही निवासी मुंगा लाल यादव की हो मौत गयी थी, जबकि 2015 में उनके नाम पर फर्जी तरीके से लोन उठाया गया है.
मधेपुरा : जिले में इन दिनों बैंक से फर्जी लोन लेने का गोरखधंधा फलफूल रहा है. खास कर ग्रामीण इलाके में दलालों के चंगुल में फंस कर लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं. हालात यह हो गयी है कि बैंक के बिचौलिये अब मृतक के नाम पर फर्जी लोन उठाने लगे हैं. जिले के सदर थाना क्षेत्र स्थित हसनपुर बराही में मृतक के नाम पर बैंक से लोन उठाने का मामला उजगार हुआ है. मृतक के पौत्र सुरेश कुमार ने मामले का उद्भेदन होने पर जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी को आवेदन दिया है. इसमें उन्होंने कहा है कि उनके दादा मुंगा लाल यादव का निधन वर्ष 1981 में ही हो गयी थी. यूनियन बैंक से दादा के नाम पर जब लोन का नोटिस मिला, तो वह दंग रह गया.
नोटिस में लोन लेने की तारीख 07 मार्च 2015 बतायी गयी है. सुरेश ने कहा कि जब उनके दादा की मौत 1981 में हो गयी, तो कैसे और किसने 2015 में दादा के नाम पर लोन उठा लिया. उन्होंने इस फर्जीवारा की जांच करा दोषियों के खिलाफ कठोर से कठोर कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है.
फर्जी कागजात तैयार कर उठाया लोन
सुरेश ने दिये आवेदन में कहा है कि उनके दादा का निधन 1981 व पिता महेंद्र यादव का निधन वर्ष 2007 में हुई थी. उन्होंने कहा कि पांच दिन पहले यूनियन बैंक का दादा मुंगा लाल यादव के नाम से रजिस्ट्री मिली. रजिस्ट्री खोलने के बाद पता चला कि दादा के नाम से 07 मार्च 2015 को केसीसी लोन उठाया गया है. उन्होंने कहा कि कोई चालबाज व तेजतर्रार दिमाग का लोग दादा मुंगालाल यादव के नाम पर फर्जी कागजात व फर्जी निशान लेकर बैंक से लोन की 86000 रुपये की निकासी कर ली है.
बैंक में दादा के नाम का भूस्वामित प्रमाण पत्र लगाया गया है जो बिल्कुल फर्जी है. सुरेश ने कहा कि मृतक के नाम पर लोन उठाने से बड़ा फर्जीवाड़ा क्या हो सकता है. उन्होंने लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी से मांग करते हुए कहा है कि इस फर्जीवाड़े की जांच कर दोषियों के खिलाफ अविलंब कार्रवाई करना सुनिश्चित करें ताकि कोई अन्य व्यक्ति इस फजीवाड़े का शिकार न हो जाये. वहीं इस0 लोन से मुक्त करने की मांग सुरेश ने की है.
फलफूल रहा फर्जी लोन का धंधा
जिला मुख्यालय के अलावे विभिन्न प्रखंड मुख्यालयों में स्थिति बैंक की शाखाओं में फर्जी लोन दिलाने का धंधा फल फूल रहा है. हैरत करने वाली बात यह है कि इस तरह के लोन पास कराने में बिचौलियों के साथ बैंक कर्मी की भूमिका रहती है. बिना बैंक कर्मी के सहयोग से फर्जी लोन पास ही नहीं हो सकता है.
गौरतलब है कि बैंक के आस-पास ऐसे लोग हमेशा मंडराते रहते है और बैंक कर्मी की मिलीभगत फर्जी लोन की राशि लेकर रफूचक्कर हो जाते है. जब खाते में किसी का लेन देन नहीं होने पर व खाला का अनियमित हो जाने पर बैंक कोई कदम उठाता है तब फर्जी लोन का खुलासा हो पाता है.